विवादों में घिरे आप विधायक सोमनाथ भारती सुप्रीम कोर्ट से किसी प्रकार की राहत पाने में आज नाकाम रहे। कोर्ट ने उन्हें घरेलू हिंसा एवं हत्या की कोशिश के मामले में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया है। भारती की पत्नी ने उनके खिलाफ घरेलू हिंसा एवं हत्या की कोशिश का मामला दर्ज कराया है। मिली जानकारी के अनुसार, सोमनाथ भारती आज देर शाम पुलिस के सामने आत्म समर्पण कर दियाा है।
आप विधायक सोमनाथ भारती को कड़ा संदेश देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह पार्टी के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गए हैं और उन्हें आत्मसमर्पण कर पुलिस के साथ सहयोग करना चाहिए।
दिल्ली हाईकोर्ट ने आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती को घरेलू हिंसा के एक मामले में अग्रिम जमानत देने से इन्कार कर दिया है जिसके बाद कभी भी उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। दिल्ली पुलिस भारती के घर पहुंच चुकी है। लेकिन बताया जाता है कि इस वक्त भारती अपने घर पर मौजहूद नहीं हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विश्वभारती विश्वविद्यालय (शांति निकेतन) के कुलपति सुशांत दत्तगुप्ता को बर्खास्त करने की अनुशंसा की है। अगर उनकी बर्खास्तगी हुई तो इस तरह हटाए जाने वाले वे किसी केंद्रीय विश्वविद्यालय के पहले कुलपति हो सकते हैं।
सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को अपने विधायक सोमनाथ भारती से पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने को कहा। उधर, दिल्ली के पूर्व विधायक भारती ने उच्च न्यायालय में जाकर अपनी पत्नी द्वारा दायर घरेलू हिंसा और हत्या के प्रयास के मामले के संबंध में गिरफ्तारी से संरक्षण का अनुरोध किया।
दिल्ली पुलिस ने राज्य के पूर्व कानून मंत्री और आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती के खिलाफ उनकी पत्नी लिपिका मित्रा द्वारा लगाए गए घरेलू हिंसा के आरोपों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
बेतिया से सांसद रहे झा ने राजद छोड़ सपा में जाने की घोषणा करते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर पार्टी कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं की कीमत पर परिवार की राजनीति में संलिप्त रहने के आरोप लगाया।
केंद्र सरकार के साथ लगातार विवादों के कारण चर्चा में रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब सरकार के साथ मिलकर यमुना नदी का कायाकल्प करेंगे। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती और केजरीवाल के बीच हुई बैठक के बाद यह सहमति बनी है।
नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (आई एम) के साथ शांति समझौता अशांत उत्तर पूर्व के, खासकर मणिपुर के टंखुल नगा बहुल इलाके में जहां उपरोक्त गुट का आधार है, एक हिस्से में शांति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है लेकिन इसके बाद अभी बहुत-सी जटिलताएं और चुनौतियां बाकी हैं। एनएससीएन (आईएम) का जनाधार नगालैंड के पड़ाेसी राज्यों में ज्यादा होने की वजह से असम और मणिपुर के एक तबके में यह आशंका बलवती हो रही है कि उनके राज्य के नगा बहुल इलाकों की बाबत किस कीमत पर फैसला हुआ है।