सुशील मोदी को सुमो भी कहा जाता है। सुशील मोदी ने लालू और उनके परिवार के पास करीब एक हजार करोड़ रुपये की 'बेनामी संपत्ति' होने का दावा किया था। इस पर लालू यादव ने सुशील मोदी पर मानहानि का मुकदमा करने की धमकी भी दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘असहिष्णुता के सबसे बड़े पीड़ित’ कहने वाले बृज बिहारी कुमार तो याद ही होंगे। इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च (आईएसएसआर) के मुखिया बृज बिहारी कुमार का कहना है कि अब पाठ्य पुस्तकें शिक्षा देने के बजाय जेएनयू जैसे एक्टिविस्ट बनाने के लिए लिखी जा रही हैं।
एक ओर जहां पीएम मोदी देश के कोने-कोने में जाकर लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे हैं, वहीं इस अभियान को लेकर एक भाजपा सांसद का सोशल मीडिया पर मजाक उड़ाया जा रहा है।
लॉस एंजल्स में एक वैज्ञानिक ने ऐसा स्किन पैच तैयार किया है जो मानव शरीर के मीठे से किसी रेडियो आइटम को कम से कम दो दिन तक पावर दे सकता है। जब लोग बाहर के सफर पर हों तो इससे मोबाइल भी रिचार्ज कर सकते हैँ।
भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने जम्मू कश्मीर के शीर्ष नेता फारुख अब्दुल्ला को राष्ट्रवादी करार देते हुए पत्थरबाजों पर दिए बयान पर उनका समर्थन किया है। सिन्हा ने यह भी जोर देते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी अलगाववादियों से बातचीत के समर्थन में थे। तो क्या ऐसे में वह भी एंटी नेशनल हो जाते हैं।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि विश्वविद्यालयों और अकादमिक संस्थानों को निर्बाध बौद्धिक बहस के लिए पूर्वाग्रह, हिंसा या किसी कट्टर सिद्धांत से अवश्य ही मुक्त होना होगा। नालंदा में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन के विदाई सत्र में मुखर्जी ने कहा कि नालंदा, तक्षशिला और विक्रमशिला के प्राचीन शिक्षण केंद्रों ने छात्रों और शिक्षकों के रूप में दुनिया भर से मेधावी लोगों को आकर्षित किया।
बेंगलुरु स्थित प्रतिष्ठित भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) विश्वविद्यालयों की वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष दस संस्थानों में जगह बनाने वाला देश का पहला शिक्षण संस्थान बन गया।
भाजपा नेता शाजिया इल्मी ने आज जामिया विश्वविद्यालय पर आरोप लगाया कि उसने तीन तलाक के विषय पर आायोजित समारोह में वक्ताओं की सूची से मेरा नाम हटाने के लिए आयोजकों पर दबाव डाला। विश्वविद्यालय ने हालांकि इन आरोपों से इनकार किया है।
छात्र राजनीति में आंदोलन, हड़ताल, हिंसा की घटनाएं पहले भी होती रही हैं। लेकिन दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में हुए टकराव में भयावह शब्दों के साथ घृणित हिंसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।