केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने शनिवार को दावा किया कि उनकी पार्टी आरपीआई उत्तर प्रदेश में बुरी तरह परास्त हुई बहुजन समाज पार्टी की जगह लेगी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की स्थिति नहीं बनते देख रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) ने आज 58 प्रत्याशियों की सूची जारी करते हुए कहा कि वह अकेले मैदान में उतरेगी।
बसपा प्रमुख मायावती ने केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रामदास अठावले पर प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा की गुलामी और अपने स्वार्थ के चलते बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर की भावना को आहत कर रहे हैं। मायावती ने कहा कि अठावले को भाजपा के बहकावे में आकर बौद्ध धर्म अपनाने के सम्बन्ध कोई बात नहीं कहनी चाहिए।
हाल के मंत्रिमंडल विस्तार में महाराष्ट्र के दलित नेता और सांसद रामदास अठावले को सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री तो बनाया गया लेकिन निजी सचिव की फाइल प्रधानमंत्री कार्यालय ने लटका दी है। अठावले ने भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी देवयानी खोबरागड़े का नाम निजी सचिव के लिए भेजा था।
भाजपा अपनी आरक्षण विरोधी छवि को सुधारने और आगामी विधानसभा चुनावों में दलित वोटों को हासिल करने के लिए कर रही तैयारी। ऐसे में रामदास अठावले को मंत्री पद देकर राष्ट्रीय स्तर पर दलित हितैषी और अंबेडकर को मानने वाली पार्टी की छवि बनाने की कोशिश में भाजपा