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Search Result : "अब्बासी शहीद अस्पताल"

शहीद बलजीत के बेटे को डीएसपी पद

शहीद बलजीत के बेटे को डीएसपी पद

आंतकवादी हमले दौरान अपनी जान न्यौछावर करने वाले एसपी (डी) बलजीत सिंह की शानदार सेवाओं को मान्यता देते हुए पंजाब सरकार ने उनके पुत्र को डीएसपी नियुक्त करने के अतिरिक्त परिवार को 25 लाख रूपये की एक्सग्रशिया ग्रांट देने का निर्णय किया है।
शहीद एसपी के परिजनों का अंतिम संस्कार से इंकार

शहीद एसपी के परिजनों का अंतिम संस्कार से इंकार

गुरदासपुर जिले के एक पुलिस थाने में घुसे सशस्त्र उग्रवादियों ने कल सात व्यक्तियों को मार डाला था। इनमें चार नागरिक और बलजीत सिंह सहित तीन पुलिसकर्मी शामिल थे। इनकी मौत से सदमे मे आए परिवार के लोग अब सरकार से खफा हैं।
पंजाब: एसपी समेत कई जवान शहीद, 12 की मौत

पंजाब: एसपी समेत कई जवान शहीद, 12 की मौत

गुरदासपुर में जारी आतंकी हिंसा में जिले के एसपी-डिटेक्टिव बलजीत सिंह स‍मेत पुलिस के कई जवान शहीद हो गए हैं। मरने वालों में दो कैदी और तीन नागरिक भी शामिल हैं। सुबह से चल रही इस मुठभेड़ में करीब 12 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि कई लोग घायल हैं। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी भी मारे गए।
आम लोगों को ईएसआई अस्पतालों में इलाज

आम लोगों को ईएसआई अस्पतालों में इलाज

पंजाब इंप्लॉय स्टेट इंश्योरेंस निगम (ईएसआई) अस्पतालों में अब आम लोग और सरकारी अस्पतालों में ईएसआई लाभपात्री इलाज करवा सकेंगे। इस योजना को पंजाब भर में लागू किया गया है।
हेमा मालिनी को मिली अस्पताल से छुट्टी

हेमा मालिनी को मिली अस्पताल से छुट्टी

अभिनेत्री और भाजपा सांसद हेमा मालिनी को आज अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। दौसा जिले में हेमा की मसर्डीज कार के एक अन्य कार से टकराने पर वह घायल हो गई थीं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बेटे को शहीद का दर्जा दिलाने की जंग

बेटे को शहीद का दर्जा दिलाने की जंग

एक बुजुर्ग पिता पिछले आठ महीनों से रक्षा मंत्रालय, सेना मुख्यालय के चक्कर काट रहा है। जिंदगी भर पूरे दमखम से सत्ता प्रतिष्ठानों से लड़ने-भिड़ने का रसूख रखने वाले सांवलराम यादव ने प्रण किया है कि वह युद्ध में हताहत हुए अपने बेटे को शहीद का दर्जा दिलवाए बिना चैन से नहीं बैठेंगे। मामला सिर्फ एक जवान की मौत का नहीं है। इससे जुड़ा हुआ है, उन सैकड़ों जवानों की मौत का मसला जो सियाचिन से लेकर दुर्गम सीमा पर देश के लिए अत्यंत विषम परिस्थितियों में जान गंवा देते हैं। इन जवानों की मौत को आखिरकार शहीद का दर्जा क्यों नहीं मिलता?
इलाज के लिए न डाॅक्टर हैं और न दवा

इलाज के लिए न डाॅक्टर हैं और न दवा

पूर्वी उत्तर प्रदेश के पिछड़े जिले गाजीपुर में स्वास्थ्य सेवाओं का इतना बुरा हाल है कि यहां के अस्पतालों को ही इलाज की जरुरत महसूस होने लगी है। डाॅक्टर और दवा दोनों ही जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की समस्या है।
मणिपुर में सेना पर ग्रेनेड हमला, 20 जवान शहीद

मणिपुर में सेना पर ग्रेनेड हमला, 20 जवान शहीद

इंफाल से 80 किलोमीटर दूर तेंगनॉपाल-न्यू समतल रोड पर जब 6 डोगरा रेजिमेंट के जवान नियमित गश्त लगा रहे थे तभी एक अज्ञात उग्रवाद समूह ने उन पर हमला कर दिया। हमले में 20 जवान शहीद हो गए जबकि 11 जवान घायल हो गए।
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