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Search Result : "अभिनेत्री दीपिका पादु"

समीक्षा - पीकू

समीक्षा - पीकू

शुजीत सरकार की नई फिल्म पीकू वैसे तो पारिवारिक कहानी है, पर आजकल पूरी तरह पारिवारिक कहानियों का दौर और परिभाषा दोनों बदल गई है। शायद अभी भी कुछ दर्शक यह न पचा पाएं कि एक पिता किसी तीसरे व्यक्ति के सामने बेटी के लिए कहे, ‘शी इज नॉट वर्जिन।’ फिर भी यह ऐसी फिल्म है जो पारिवारिक मुद्दों और बूढ़ों की समस्याओं पर हल्के-फुल्के ढंग से रोशनी डालती है। अच्छा लगता है जब नकारा श्रेणी में आ गई नई पीढ़ी की लड़की पिता की खातिर शादी नहीं कर रही और कहती है, ‘एक वक्त के बाद माता-पिता को बच्चे ही जिंदा रखते हैं।’
भारतीय मीडिया और स्त्री सौंदर्य के रूपक-विरूपक

भारतीय मीडिया और स्त्री सौंदर्य के रूपक-विरूपक

बाज़ार को बेचने हैं सौंदर्य को बढ़ाने वाले संसाधन इसलिए ‘च्‍वाइसेस’ या विकल्‍पों की बात हो रही है। लेकिन मुझे परेशानी इस बात से ज्यादा है कि वही स्त्री जब भारत के सड़कों, गलियों, खेतों, खलिहानों, कस्बों में बलत्कृत, क्षत-विक्षत मृत शरीर के रूप मे पाई जाती है। तब ना आपको उस पर बात करने से गुरेज है और ना उसका छायांकन करने में। लेकिन वही स्त्री जीवित अवस्था में अपने उसी शरीर पर हक की बातें करती है तो आपको 'परिवार व्यवस्था' से लेकर 'स्त्री देवी' के भ्रम के टूटने की धमक सुनाई देने लगती है।
पीकू ने पूरी की इरफान की तमन्ना

पीकू ने पूरी की इरफान की तमन्ना

गंभीर से और लगभग खड़ूस से दिखने वाले इरफान के सीने में भी दिल है ! दिल भी ऐसा वैसा नहीं वह भी फिल्मों में अपनी नायिकाओं के लिए धड़कना चाहता है। फिर जहां चाह वहां राह। ‘पीकू’ के जरिये आखिर खुरदुरे चेहरे वाले इरफान की इच्छा पूरी हो ही गई। पर शायद इरफान भूल गए हैं कि इससे पहले ‘लाइफ इन ए मेट्रो’ में भी एक दीवाने प्रेमी की भूमिका निभा चुके हैं
मोदी को मिली मनीषा से तारीफ

मोदी को मिली मनीषा से तारीफ

हमारा पड़ोसी देश नेपाल भूकंप की त्रासदी झेल रहा है। इस कठिन वक्त में भारत ने न सिर्फ मदद के हाथ बढ़ाए हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरसंभव मदद का वादा भी किया है। इसी मदद से अभिभूत बॉलीवुड अदाकारा मनीषा कोईराला ने नरेंद्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया है। नेपाल की रहने वाली मनीषा बॉलीवुड में अभी भी अपनी फिल्मो - 1947 अ लव स्टोरी, सौदागर और लज्जा के लिए जानी जाती हैं।
बिरजू महाराज की शिष्या बनी दीपिका

बिरजू महाराज की शिष्या बनी दीपिका

आठ किलो के पीले लहंगे में जब माधुरी दीक्षित ने कथक के तोड़े किए थे तब दर्शकों के दिलों की धड़कने थम गईं थीं। इस खूबसूरत नृत्य की कोरयोग्राफी प्रसिद्ध कथक सम्राट बिरजू महाराज ने की थी।
दीपिका के विरोध में सोनाक्षी और शोभा डे

दीपिका के विरोध में सोनाक्षी और शोभा डे

सोनाक्षी का मानना है कि नारी सशक्तीकरण का मतलब महिलाओं को रोजगार और ताकत देना है न कि इसका संबंध कपड़ों संबंधों से होना चाहिए जैसा कि इस वीडियो में कहा गया है।
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