ब्रिटेन के एंडी मरे को अमेरिकी ओपन के चौथे दौर में दक्षिण अफ्रीका के 15वीं वरीयता प्राप्त केविन एंडरसन ने हराया जबकि 17 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन रोजर फेडरर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए।
तमाम अटकलों को विराम देते हुए पाकिस्तान ने भारत के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता रद्द कर दी है। इससे पहले भारत ने साफ तौर पर कह दिया था कि वार्ता में कश्मीर पर चर्चा और अलगाववादियों से मुलाकात उसे कतई मंजूर नहीं है। पाकिस्तान विदेश विभाग की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, एनएसए स्तरीय वार्ता भारत द्वारा तय की गई पूर्व शर्तों के आधार पर नहीं हो सकती। भारत ने पाकिस्तान के इस कदम को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की बातचीत अधर में लटक गई है। पाकिस्तान ने जहां बातचीत के एजेंडे में कश्मीर को शामिल करने की पूर्वशर्त लगा दी है वहीं भारत ने कहा है कि अभी कश्मीर पर कोई बातचीत नहीं होगी।
भारत-पाकिस्तान के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की बातचीत पर संशय के बादलों के बीच पाकिस्तान के एनएसए सरताज अजीज ने कहा है कि वह अब भी भारत जाने के लिए तैयार हैं मगर इसके लिए कोई पूर्व शर्त नहीं होनी चाहिए।
भारत और पाकिस्तान के बीच एनएसए स्तर की वार्ता से पहले अलगाववादी नेता शब्बीर शाह समेत दो अन्य को दिल्ली हवाईअड्डा पहुंचने पर हिरासत में ले लिया गया है। दिल्ली पुलिस ने इन्हें हिरासत में लिया है। शाह पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित के बुलावे पर पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) सरताज अजीज से मिलने दिल्ली पहुंचे थे।
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बातचीत के टलने के आसार लग रहे हैं क्योंकि दोनों ही पक्ष कश्मीर के अलगाववादी नेताओं के मुद्दे पर उलझ गए हैं। भारत के सुझाव को दरकिनार करते हुए पाकिस्तान हुर्रियत नेताओं से मुलाकात पर अड़ा है।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार सरताज अजीज के साथ दिल्ली में प्रस्तावित बैठक से पहले कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर लिया गया। हालांकि, मीरवाइज उमर फारूक, यासीन मलिक और शब्बीर शाह सहित अधिकांश हुर्रियत नेताओं को चंद घंटों के भीतर ही रिहा कर दिया गया है। बताया जाता है कि वरिष्ठ हुर्रियत नेता सैयद अली गिलानी पर पुलिस की निगरानी बरकरार है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अज़ीज़ से हुर्रियत नेताओं मुलाकात रोकने के लिए यह कार्रवाई की गई।
वर्ष 2011 में अपने अब तक के सबसे ऊंचे भाव 1,900 $ से करीब 42 प्रतिशत गिरकर यह कीमती धातू अपने पांच साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह सोने में निवेश का सही समय है? जवाब दे रहे हैं आउटलुक बिजनेस के एक्सपर्ट
भारतीय मूल की एक शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा है कि अमेरिका 2008 में मुंबई में हुए हमलों के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है, फिर भले ही यह काम कितना भी दुष्कर क्यों न हो।