सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने अलास्का और वाशिंगटन कॉकस में जबर्दस्त जीत दर्ज की है तथा राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी की दौड़ में आगे चल रहीं हिलेरी क्लिंटन की बढ़त का अंतर कुछ कम कर दिया है।
तुर्की ने दावा किया है कि ब्रसेल्स विस्फोटों के एक हमलावर इब्राहिम अल बकरावी को उसने 2015 में देश से निर्वासित किया था। बकरावी उन दो आत्मघाती हमलावरों में शामिल था जिन्होंने बेल्जियम की राजधानी के हवाई अड्डे पर खुद को उड़ा लिया था।
मुस्लिम पड़ोसियों पर नजर रखने की मांग करने वाले टेड क्रूज की अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कड़ी आलोचना की है। उन्होंने क्रूज की आलोचना करते हुए कहा कि यह आईएसआईएस को हराने में मदद नहीं करेगा।
डेमोक्रेटिक पार्टी की हिलेरी क्लिंटन और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप ने आज ऐरीजोना में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए आयोजित प्राइमरी में जीत दर्ज की लेकिन उटा में दोनों उम्मीदवारों को अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों से हार का सामना करना पड़ा।
भारतीय परमाणु प्रतिष्ठानों को भले ही पाकिस्तान की तरह आतंकवादियों से कोई खतरा नहीं हो लेकिन परमाणु आतंकवाद पर लगाम लगाने संबंधी एक अमेरिकी रिपोर्ट कहती है कि भारत की परमाणु संपत्तियों को अंदरुनी खतरा है। इस माह यहां होने वाले परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन से पूर्व प्रतिष्ठित हार्वर्ड कैनेडी स्कूल द्वारा जारी रिपोर्ट ‘परमाणु आतंकवाद की रोकथाम: सतत सुधार या खतरनाक गिरावट ’ में यह बात कही गई है।
भले ही डोनाल्ड ट्रंप अबतक रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दावेदारी हासिल नहीं कर पाए हों मगर उन्होंने अभी से यह बताना शुरू कर दिया है कि राष्ट्रपति चुने जाने के बाद वह क्या बदलाव लाने जा रहे हैं। इस कड़ी में उनकी ताजा धमकी ने पूरे विश्व समुदाय को चिंतित कर दिया है।
डोनाल्ड ट्रंप और हिलेरी क्लिंटन ने मंगलवार को पांच बड़े राज्यों में हुए प्राइमरी चुनावों में से अधिकांश में बड़ी जीत दर्ज करके अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में अपनी-अपनी पार्टी का उम्मीदवार बनने की दावेदारी को आज और पुख्ता कर लिया।
म्यांमार की संसद ने नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की के करीबी और लंबे समय से सहयोगी रहे हेतिन काव को करीब आधी सदी बाद देश का पहला असैनिक राष्ट्रपति चुन लिया। पूर्व में सैन्य शासन के अधीन रहे देश के राजनीतिक इतिहास में यह एक नया मोड़ है।
न्यायपालिका पर आप या हम कोई प्रश्नचिह्न लगाएं, तो अवमानना कानून की लक्ष्मण रेखा सामने आ सकती है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर विराजमान राष्ट्रपति स्वयं न्याय की वर्तमान व्यवस्था एवं उसकी साख पर संकट की बात करें, तो निश्चित रूप से सुधार के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की आवाज उठनी चाहिये।