राष्ट्रपति चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी में एक बार फिर दरार दिखाई दे रही है। सपा अध्यक्ष विपक्ष की राष्ट्रपति उम्मीदवार मीरा कुमार के साथ हैं, तो शिवपाल यादव ने एनडीए के उम्मीदवार कोविंद को वोट देने का ‘मन बना लिया है।’
पेड न्यूज़ मामले में चुनाव आयोग द्वारा अयोग्य ठहराए गए एमपी के मंत्री नरोत्तम मिश्रा को दिल्ली हाई कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने शुक्रवार को अयोग्यता के फैसले पर रोक लगाने वाली याचिका को खारिज कर दिया है। अब मिश्रा 17 जुलाई को होने वाली राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
आम आदमी पार्टी (आप) ने राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार का समर्थन करने का फैसला किया है। यह फैसला ‘आप’ के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुए बैठक के तहत किया गया।
यह पहली बार है जब किसी अमेरिकी सांसद ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश किया है। ट्रंप ने 20 जनवरी को अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी।
अमेरिका के परमाणु विशेषज्ञों ने डिजिटल जर्नल 'आफ्टर मिडनाइट' के जुलाई-अगस्त अंक में छपे एक आलेख में यह दावा किया है कि भारत पूरे चीन को निशाना बनाने वाली मिसाइल पर काम कर रहा है।
मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा की याचिका पर सुनवाई सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट को सौंप दी है। हाईकोर्ट गुरुवार से इस पर सुनवाई करेगा। चुनाव आयोग ने नरोत्तम मिश्रा को आगामी तीन साल के तक चुनाव लड़ने से आयोग्य ठहरा दिया था जिस पर उन्होने अपील की है। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई राष्ट्रपति चुनाव से पहले पूरी कर लेने को कहा है।
अमरनाथ यात्रा से लौट रहे श्रद्धालुओं पर हुए हमले के बाद इस पर राजनीति भी तेज हो गई है। केन्द्र सरकार को इस मामले पर आड़े हाथों लिया जा रहा है। एक ओर जहां केन्द्र सरकार विपक्षी पार्टियों की आलोचनाओं का शिकार हो रही है, वहीं अब एनडीए की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी केन्द्र पर सवाल उठाने खड़े कर दिए हैं।
भारत-चीन के बीच सिक्किम सीमा पर चल रहे विवाद को अमेरिका के एक शीर्ष एक्सपर्ट ने इसे पेइचिंग की चाल बताया है। एक्सपर्ट का कहना है कि चीन इंच-इंच करके सीमा पर मीलो कब्जा करना चाहता है।
देश के सर्वोच्च पद के लिए ‘अंतरात्मा की आवाज’ पर वोट देने की अपील करते हुए मीरा कुमार ने कहा कि भारत जिस विचारधारा और सिद्धांतों में आस्था रखता है, वह इस समय खतरे में है।