लंबे समय से चले आ रहे भारत-चीन सीमा विवाद निपटारे पर चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने कुछ भू-भागों की अदला-बदली को लेकर परोक्ष रूप से अपनी बात सामने रखी है।
अभिनेत्री विद्या बालन का कहना है कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय में जो हो रहा है, उसमें कुछ जोड़ना नहीं चाहती हैं, लेकिन महसूस करती हैं कि लोगों को दूसरों की अभिव्यक्ति की आजादी का आदर करना चाहिए।
मेरा बेटा 26 दुश्मनों को मारने के बाद शहीद हुआ था। जब यह घटना घटी उस वक्त केंद्र में सरकार भाजपा की थी। उस दौरान हमसे कई तरह के वादे किए गए थे जो पूरे नहीं हुए और आज जब मेरी पोती गुरमेहर को लेकर विवाद खड़ा किया जा रहा है तब भी सरकार भाजपा की है। यह दर्द है रामजस विवाद में चर्चा आई गुरमेहर कौर के दादा कंवलजीत सिंह का।
छात्र राजनीति में आंदोलन, हड़ताल, हिंसा की घटनाएं पहले भी होती रही हैं। लेकिन दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में हुए टकराव में भयावह शब्दों के साथ घृणित हिंसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान के बेटे की उम्र को लेकर विवाद हो गया है। दरअसल आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम को रामपुर जिले की स्वार सीट से समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया गया है। अब्दुल्लाह की उम्र 25 साल से कम बताई जा रही है जिसको लेकर बसपा उम्मीदवार नवाब काजिम अली खान ने चुनाव आयोग से शिकायत की है।
उत्तर प्रदेश की अयोध्या विधानसभा सीट से एक बाहरी को प्रत्याशी बनाने को लेकर भाजपा कार्यकर्ता ने जमकर बवाल किया। गुस्साए कार्यकर्ताओं के एक समूह ने जिला कार्यालय में स्थानीय सांसद लल्लू सिंह और पार्टी इकाई के प्रमुख अवधेश पांडे को रस्सियों से बांध दिया। उन्हें करीब दो घंटा तक बंधक बनाए रखा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर राम मंदिर मुद्दे को हवा दे दी है। पार्टी के उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि अगर राज्य में पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार बनती है तो अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज एक कम चर्चित संगठन हिंदू जागरण संघ द्वारा मुस्लिमों के ही वीजा आवेदन पर ध्यान देने का आरोप लगाने के बाद उसपर पलटवार किया।
खादी और ग्रामोद्योग निगम (केवीआईसी) के डायरी और कैलेंडर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर होने को लेकर आज विवाद शुरू हो गया और कांग्रेस तथा कुछ अन्य दलों ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा, वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय ने विवाद को अनावश्यक करार दिया।
पंडित जवाहरलाल नेहरू की विरासत को भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में संभालने वाले लाल बहादुर शास्त्री के निधन को 51 साल हो गए हैं, पर उनके परिवार के कुछ सदस्यों को आज भी संदेह है कि उनकी मृत्यु प्राकृतिक नहीं थी। ऐसे में शास्त्री जी के परिजनों को उनके साथ गए सहयोगियों द्वारा ताशकंद समझौते के विवरणात्मक तथ्यों को एक बार अवश्य देख लेने की आवश्यकता है।