भाजपा ने आज कहा कि पार्टी सांसद महेश गिरि त्यागपत्र दे देंगे, अगर ये साबित हो जाए कि उन्होंने एनडीएमसी अधिकारी एमएम खान के बारे में उपराज्यपाल नजीब जंग को कोई पत्र लिखा था।
भारतीय मजदूर संघ ने अतंरराष्ट्रीय लेबर कॉन्फ्रेंस में भारत सरकार के श्रमिक विरोधी रवैये की कड़ी आलोचना की है। गौरतलब है कि (बीएमएस) को वर्तमान सरकार समर्थक श्रमिक यूनियन माना जाता है क्योंकि इसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ही खड़ा किया है।
बिहार के गया में जदयू की महिला पार्षद के पुत्र द्वारा एक युवक को कथित रूप से गोली मारने की घटना की गूंज आज लोकसभा में सुनाई दी। बिहार के कुछ सांसदों ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब होने का उल्लेख करते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
कश्मीर में पीडीपी और भाजपा गठबंधन की सरकार है। कश्मीर क्षेत्र से बड़ी संख्या में हिंदुओं को खदेड़ दिया गया। भाजपा सांसद तथा हिंदुत्व और संघ के प्रबल समर्थक, एक अखबार के मालिक अश्विनी कुमार की पीड़ा है कि अपने ही देश में हिंदू सुरक्षित नहीं हैं। कश्मीर और हिंदुत्व के मुद्दे पर आउटलुक के विशेष संवाददाता ने बात की:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अब उनकी पार्टी से ही विरोध की आवाजें सुनाई देने लगी हैं। ताजा मामला भाजपा सांसद अश्विनी कुमार का है जिनके अखबार में एक विशेष संपादकीय में नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना की गई है जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तारीफ में कसीदे पढ़े गए हैं।
भाजपा की दिल्ली इकाई ने आज से शुरू किए गए सम-विषम योजना के दूसरे चरण को लेकर अरविंद केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है और आरोप लगाया कि इस योजना की वजह से शहर के लोगों को रामनवमी के अवसर पर मंदिर जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मौजूदा चैंपियन किदाम्बी श्रीकांत इंडियन ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष एकल में आज यहां पहले दौर में ही हारकर बाहर हो गए लेकिन साइना नेहवाल महिला एकल के दूसरे दौर में पहुंचने में सफल रहीं। महिला एकल में मौजूदा चैंपियन साइना के अलावा रितुपर्णा दास ने आज यहां सिरीफोर्ट स्टेडियम में 300,000 डॉलर ईनामी राशि वाले टूर्नामेंट के पहले दौर में आसान जीत दर्ज की।
उत्तराखंड में जारी राजनीतिक संकट के बीच सत्ताधारी कांग्रेस ने बाबा रामदेव पर भाजपा नेतृत्व के साथ मिलकर राज्य सरकार को गिराने का आरोप लगाया जबकि योग गुरू ने इसका खंडन करते हुए कहा कि राजनीतिक घटनाओं के लिए उनकी बजाय राजनीतिक दलों को जिम्मेदार ठहराया जाया जाना चाहिए।
15 अगस्त, 1960 कानपुर में जन्म। तीन दशक से भी ज्यादा समय से कहानी लेखन में सक्रीय। देश की लगभग सभी प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में कहानियां प्रकाशित। आंचलिक कथाकार के रूप में पहचान। कुछ कहानियों का बांग्ला, तमिल और उर्दू में अनुवाद। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर में कहानियों पर, ‘गोविंद उपाध्याय की कहानियों में सामाजिक जीवन’ शीर्षक से लघु शोध-प्रबंध। ‘बारात’ और ‘पीढ़ी’ कहानियां पाठ्य-पुस्तक में संकलित। कादम्बिनी द्वारा आयोजित साहित्यिक महोत्सव में कहानी पुरस्कृत। कथाबिंब के कमलेश्वर स्मृति कथा पुरस्कार में कहानी को उत्तम पुरस्कार। कमलेश्वर-वर्तमान साहित्य कथा पुरस्कार में कहानी चयनित एवं प्रकाशित। कई कृतियां, जिसमें से पंखहीन, समय, रेत और फूकन फूफा, सोनपरी का तीसरा अध्याय, चौथे पहर का विरह गीत, आदमी, कुत्ता और ब्रेकिंग न्यूज़, बूढ़ा आदमी और पकड़ी का पेड़ तथा नाटक तो चालू है मुख्य रूप से सराही गईं।