नागरिकों के पैसे से हुए इस भव्य आयोजन की चकाचौंध भले ही जितनी टीवी स्क्रीन पर जगमग हो, लेकिन आम दिल्ली वासी, आम नागरिक और सामान्य मीडिया की पहुंच से रहा सारा आयोजन बाहर
क्षेत्रीय दलों में समाजवादी पार्टी चुनाव में चंदा लेने और खर्च करने में अव्वल है। नेशनल इलेक्शन वॉच और एडीआर द्वारा जारी आंकड़ाें के मुताबिक 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान क्षेत्रीय दलों में चंदा लेने और खर्च में सपा सबसे आगे रही।
आम आदमी पार्टी ने शनिवार को आज दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री संबंधी जानकारी मांगने वाले आरटीआई आवेदन को दिल्ली विश्वविद्यालय ने तकनीकी कारण बताते हुए वापस लौटा दिया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय ने आम आदमी पार्टी के इन आरोपों से इनकार किया कि उसने केंद्र सरकार के दबाव के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री का प्रमाणन किया है और कहा है उसने कानून के अनुसार कार्रवाई की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री के मामले पर आक्रामक रूख जारी रखते हुए आप के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलकर मांग की कि उन्हें प्रधानमंत्राी नरेंद्र मोदी की बीए डिग्री के रिकॉर्ड का निरीक्षण करने दिया जाए लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटा दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्रियों और मार्कशीटों में विसंगतियों के आम आदमी पार्टी (आप) के दावों के बीच गुजरात यूनिवर्सिटी ने आज कहा कि मोदी ने अपने नाम में जरा सा बदलाव किया था और अपने नाम से कुमार हटा लिया था।
नाम में क्या रखा है, काम जरूर देखो। डिग्री बहुत बड़ी, देश के साथ विदेश की हो, नाम धनवान या गरीब खानदान से हो- असली परीक्षा परिवार-समाज और राष्ट्र को पहुंचाए गए लाभ से हो सकती है। इसी तरह विरोध की राजनीति, आंदोलन-असहमति-असहयोग और कठोर आलोचना की हो सकती है। लेकिन अब शिक्षा की डिग्री पर राजनीतिक बवाल मचाने का नया घटिया खेल शुरू हुआ है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने कहा है कि आप राजस्थान में आधार बनाने की दिशा में काम कर रही है और वह अगले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारेगी।
आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री के मुद्दे को बनाए रखा तथा मु़ख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखा और ट्वीट किया कि डिग्री की जालसाजी करना एक अपराध है।
अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदा मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री की चुप्पी पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए सवाल उठाया कि इस मामले से जुड़े कांग्रेस नेताओं के खिलाफ सीबीआई छापेमारी क्यों नहीं करती है।