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कांग्रेस के निशाने पर प्रधानमंत्री कार्यालय

कांग्रेस के निशाने पर प्रधानमंत्री कार्यालय

कांग्रेस ने सोमवार को प्रधानमंत्री कार्यालय पर जमकर निशाना साधा। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश के गृहमंत्री को सूचनाएं देर से मिलती हैं जबकि प्रधानमंत्री को पहले। ऐसे में यह माना जाए कि अगर देश में कुछ आपदा आती है तो प्रधानमंत्री कार्यालय गृहमंत्रालय को सूचित करेगा।
नेताजी फाइलें: इंदिरा ने नष्ट कीं, अटल ने छिपाईं

नेताजी फाइलें: इंदिरा ने नष्ट कीं, अटल ने छिपाईं

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक नायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस 48 वर्ष के थे जब कहते हैं कि 18 अगस्त 1945 को ताइवान में एक जापानी युद्धक विमान की दुर्घटना में उनकी मौत हो गई
सांप्रदायिक खतरे से मुकाबला करने के लिए वाम दलों ने हाथ मिलाए

सांप्रदायिक खतरे से मुकाबला करने के लिए वाम दलों ने हाथ मिलाए

वाम दलों ने भाजपा..आरएसएस गठजोड़ के कार्पोरेट-सांप्रदायिक अभियान का साथ मिलकर विरोध करने का फैसला किया ताकि आने वाले दिनों में देश भर में एकजुट होकर जन आंदोलन शुरू किए जा सकें।
कुंवारों का क्लब है संघ-ओवैसी

कुंवारों का क्लब है संघ-ओवैसी

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एमआइएम) नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को कुंआरों का क्लब करार दिया है। उन्होंने कहा है कि दूसरों से ज्यादा बच्चे पैदा करने की बात कहने वाले लोगों को ऐसा करने का कोई हक नहीं है क्योंकि वे खुद शादीशुदा नहीं होते।
क्या बदल गये हैं मोदी

क्या बदल गये हैं मोदी

देश में अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले की घटनाओं के बीच मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धार्मिक कट्टरता के ख़िलाफ़ एक लंबा भाषण दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में हुए एक राष्ट्रीय समारोह में अपने विचार व्यक्त किये।
ईसाई संस्था पर फिर हमला

ईसाई संस्था पर फिर हमला

दिल्ली में अल्पसंख्यक संस्थाओं पर एक के बाद एक हमले हो रहे हैं। लेकिन केन्द्र सरकार और दिल्ली पुलिस जबानी जमा ख़र्च के अलावा कुछ नहीं कर रही है। पुलिस अब तक हमलावरों का पता लगाने में नाकाम रही है।
सरकार की शह पर चर्चों पर हमले

सरकार की शह पर चर्चों पर हमले

राजधानी में चर्चों पर हो रहे हमलों की मुखालफत करने वालों पर आज हुए लाठीचार्ज के साफ मायने हैं क‌ि हिंदुतत्वादी ताकतें अलपसंख्यकों को डराना चाहती हैं, उनमें असुरक्षा की भावना पैदा करना चाहती हैं।
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