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चर्चाः ‘सूरज’ तले लूट का अंधेरा | आलोक मेहता

चर्चाः ‘सूरज’ तले लूट का अंधेरा | आलोक मेहता

चांद को मुंह में रख लेने की बात देवी-देवताओं की कथा में मिल सकती है लेकिन सूरज का ताप कोई नहीं झेल सकता। ‘सूर्य’ की पूजा-अर्चना करने वाले देश में सबसे सुलभ और सस्ते ‘सौर ऊर्जा’ संसाधनों पर देर से ही ध्यान दिया गया। मनमोहन सिंह राज में तरंगों (स्पेक्ट्रम) और कोयला खान वितरण के घोटालों की कालिख ने कांग्रेस को गड्ढे में डाला ही था, अब केरल में विधानसभा चुनाव से पहले ‘सौर ऊर्जा’ के नाम पर स्वयं मुख्यमंत्री ओमन चांडी के विरूद्ध करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप राख पोतने जैसा है।
चर्चाः कहां हैं धर्म के रखवाले | आलोक मेहता

चर्चाः कहां हैं धर्म के रखवाले | आलोक मेहता

सीताराम, राधेश्याम, लक्ष्मीपति विष्‍णु, शिव-पार्वती की जयकार के साथ धर्म ध्वजा फहराने वाले धर्मगुरु, नेता, समाजसेवी की आवाज अहमदाबाद-पुणे में क्यों नहीं सुनाई दी? ब्रह्मांड न सही, विश्व हिंदू परिषद के गरजने वाले नेता तिलक और कमंडल के साथ मातृशक्ति के लिए मैदान में ‘संकीर्ण’ और सत्ता व्यवस्‍था के समक्ष खड़े क्यों नहीं दिखाई दिए?
चर्चा: गणतंत्र की रोशनी पर बादल | आलोक मेहता

चर्चा: गणतंत्र की रोशनी पर बादल | आलोक मेहता

भारत में सूरज की पहली किरण अरुणाचल प्रदेश में दिखती है। अरुणाचल और सात पूर्वोत्तर राज्यों की सुंदरता, भोली-भाली जनता की मधुरता, शौर्य और संस्कृति की शक्ति भारत का गौरव बढ़ाती है। सुदूर अरुणाचल प्रदेश में हिंदी का पठन-पाठन और प्रयोग सबको प्रभावित करता है। अपराध संभवतः दुनिया में सबसे कम और जेल केवल प्रादेशिक व्यवस्‍था की दृष्टि से बने और कभी नहीं भरे।
चर्चाः प्रचार, पैसा और पद |आलोक मेहता

चर्चाः प्रचार, पैसा और पद |आलोक मेहता

प्रचार मास्टर प्रशांत किशोर बिहार सरकार के सलाहकार नियुक्त हो गए। कोई चुनाव लड़े बिना कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिल गया। लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की सफलता का ताज अपने सिर पर पहन कर प्रशांत किशोर ने पाटलीपुत्र में भी अशोक चक्र का तमगा प्राप्त कर लिया।
नेताजी पर सरकार ने गलत दस्तावेज पेश किए- कांग्रेस

नेताजी पर सरकार ने गलत दस्तावेज पेश किए- कांग्रेस

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो फाइल सार्वजनिक की है कांग्रेस ने उसकी जमकर आलोचना की है। मीडिया रिपोर्ट में इस बात का खुुलासा हुआ कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री एटली को चिट्ठी लिखी थी जो कि जिसमें नेताजी को युद्घ अपराधी लिखा गया था। जिसका कांग्रेस ने विरोध किया।
मनीष पांडेय के शतक से लाज बची भारत की

मनीष पांडेय के शतक से लाज बची भारत की

सलामी जोड़ी रोहित शर्मा (99) और शिखर धवन (78) की ठोस पारी के बाद नवोदित बल्लेबाज मनीष पांडेय के शानदार नाबाद शतक (104) की बदौलत आखिरकार भारत ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर जीत का स्वाद चख ही लिया। ऑस्ट्रेलिया से चार मैच हारने के बाद पांचवें और आखिरी एकदिवसीय मैच में भारत ने दो गेंद रहते 331 रन का लक्ष्य हासिल करते हुए छह विकेट ‌से यह मैच जीत लिया।
चर्चाः नियम-कानून आतंक न बने | आलोक मेहता

चर्चाः नियम-कानून आतंक न बने | आलोक मेहता

सुप्रीम कोर्ट ने सही राय दी है कि प्रदूषण नियंत्रण के नियम-कानून इस तरह न लागू हों, जिससे अर्थव्यवस्‍था ही चौपट हो जाए। दिल्ली या केंद्र सरकार हड़बड़ी या दबावों के कारण पिछले कुछ अर्से से ऐसे कदम उठाती रही हैं। इसलिए सुप्रीम कोर्ट की राय के बाद विभिन्न मंत्रालयों में तालमेल और पूर्वाग्रहों-दबावों से हटकर पर्यावरण संरक्षण के प्रयास करने होंगे।
चर्चाः शिक्षा के मंदिरों में राजनीति| आलोक मेहता

चर्चाः शिक्षा के मंदिरों में राजनीति| आलोक मेहता

हैदराबाद अकेला नहीं है। देश के विभिन्न भागों में शिक्षा के मंदिरों को राजनीतिक अखाड़ा बनाया जा रहा है। हैदराबाद विश्वविद्यालय में दलित छात्र द्वारा की गई आत्महत्या की दुःखद घटना के बाद केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने मंत्रियों के बचाव के साथ घटना पर लीपापोती की कोशिश कर रहे हैं। इस घटना को स्‍थानीय चुनावों से जोड़ा जा रहा है।
चर्चाः उच्च सदन, ऊंचे पद, काम अधूरे | आलोक मेहता

चर्चाः उच्च सदन, ऊंचे पद, काम अधूरे | आलोक मेहता

प्रसिद्ध पत्रकार और राज्यसभा के पूर्व सदस्य कुलदीप नायर ने बहुत पहले यह कानूनी लड़ाई लड़ी थी कि संसद के उच्च सदन में मूलतः संबंधित प्रदेश के नेता को ही चुने जाने का प्रावधान हो। श्री नायर यह लड़ाई जीत नहीं सके, लेकिन विभिन्न प्रदेशों के लोग, प्रादेशिक नेता और कार्यकर्ता बाहरी नेताओं को फूलमालाएं पहनाने और जय-जयकार करने के बाद भी मन से दुःखी और दर्द झेलते रहे। इसलिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर नरेंद्र मोदी द्वारा असम की अनदेखी तथा योजनाओं का क्रियान्वयन न करने के आरोप राजनीतिक होने के बावजूद सही हैं।
कैनबरा में अब मध्यक्रम बल्लेबाजों ने किया कबाड़ा

कैनबरा में अब मध्यक्रम बल्लेबाजों ने किया कबाड़ा

भारतीय शीर्ष बल्लेबाजों की आकर्षक पारी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथा एकदिवसीय मैच भी भारत के हाथ से फिसल गया। पांच मैचों की शृंखला में भारत 0-4 से पिछड़ चुका है। खराब गेंदबाजी की दुहाई दे रही भारतीय टीम में इस बार शिखर धवन (126) और विराट कोहली (106) को छोड़ कोई बल्लेबाज नहीं चल पाया।
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