राजौरी गार्डन उपचुनाव और दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की नाकामी के बाद जो लोग केजरीवाल की राजनीति को खत्म मान चुके थे, बवाना का नतीजा उनकी राय बदलने के लिए काफी है।
दिल्ली की बवाना विधानसभा सीट पर बुधवार को हुए उपचुनाव में शाम 6 बजे तक सिर्फ 45 फीसदी मतदान हुआ। वैसे तो यह एक सीट का उपचुनाव है, लेकिन इसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए अहम बताया जा रहा है।
लगता है भारतीय जनता पार्टी को पश्चिम बंगाल में सत्ता में आने की बहुत जल्दी है। तभी भाजपा से जुड़े लोग कुछ भी करने से परहेज नहीं कर रहे हैं। हाल ही में भाजपा में आसनसोल जिले के आईटी विभाग के प्रभारी तरुण सेनगुप्ता की गिरफ्तारी से यही लगता है।