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भारत ने किया इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण

भारत ने किया इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण

भारत ने आज ओडिशा के तट से अपनी इंटरसेप्टर मिसाइल का सफलतापूर्वक प्रायोगिक परीक्षण किया और द्विस्तरीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली विकसित करने की दिशा में एक अहम उपलब्धि हासिल की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परीक्षण को वैज्ञानिकों का बहुत बड़ा पराक्रम करार देते हुए इसके जरिये भी विपक्षियों पर निशाना साधा।
भारत की अग्नि मिसाइल के परीक्षण पर भड़का चीन

भारत की अग्नि मिसाइल के परीक्षण पर भड़का चीन

चीन की सरकारी मीडिया ने अग्नि-4 एवं 5 मिसाइलों के परीक्षण पर भारत की आलोचना करते हुए आज कहा कि भारत ने परमाणु हथियारों एवं लंबी दूरी की मिसाइलों पर संयुक्त की ओर से लगाई गईं सीमाएं तोड़ी हैं और पाकिस्तान को भी इसी तरह का विशेषाधिकार मिलना चाहिए। अग्नि चार एवं पांच मिसाइलों की जद में चीनी मुख्य भूमि भी आती है।
अग्नि-4 बैलिस्टिक मिसाइल सफल परीक्षण

अग्नि-4 बैलिस्टिक मिसाइल सफल परीक्षण

भारत ने आज ओडि़शा अपतटीय क्षेत्र में एक परीक्षण स्थल से परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम अग्नि-4 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण किया। सतह से सतह पर मार करने वाली इस मिसाइल की मारक क्षमता 4,000 किलोमीटर है।
पूरे चीन तक पहुंच वाले अग्नि-5 का परीक्षण

पूरे चीन तक पहुंच वाले अग्नि-5 का परीक्षण

सफलता की एक नई गाथा लिखते हुए भारत ने आज परमाणु क्षमता से युक्त अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया। 5,000 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने सें सक्षम इस मिसाइल का ओडि़शा तट से दूर अब्दुल कलाम द्वीप से परीक्षण किया गया, जिसकी पहुंच पूरे चीन तक होगी।
परमाणु हथियारों की धमकियां खतरनाक

परमाणु हथियारों की धमकियां खतरनाक

दुनिया के लिए सबसे खतरनाक धमकी। हवाई या जल मार्ग हो- तबाह तो धरती पर बसने वाले लोग ही हो सकते हैं। फिर यह चेतावनी किसी संगठन, गुट या सिरफिरे तानाशाह की नहीं है।
भारत ने पृथ्वी 2 मिसाइलों का दोहरा सफल प्रक्षेपण किया

भारत ने पृथ्वी 2 मिसाइलों का दोहरा सफल प्रक्षेपण किया

भारत ने परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम स्वदेशी पृथ्वी 2 मिसाइलों का आज एक के बाद एक त्वरित गति से दो बार सफल प्रक्षेपण किया। सेना ने यह परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर स्थित परीक्षण रेंज से किया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि एकीकृत प्रक्षेपण रेंज (आईटीआर) के तृतीय परिसर के एक मोबाइल लांचर से सुबह करीब नौ बजकर 35 मिनट पर सतह से सतह पर मार करने वाली दो मिसाइलों का एक के बाद एक त्वरित गति से सफल परीक्षण किया गया। इन मिसाइलों की मारक क्षमता 350 किलोमीटर है और वे 500 किलोग्राम से 1000 किलोग्राम तक वजनी आयुध ले जाने में सक्षम है।
मिसाइल शक्ति ने चीन को बनाया बड़ी ताकत: शी चिनफिंग

मिसाइल शक्ति ने चीन को बनाया बड़ी ताकत: शी चिनफिंग

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा है कि देश के विकसित होते मिसाइल अस्त्रागार को संभालने वाली पीएलए की नवगठित रॉकेट फोर्स ने युद्ध संबंधी धमकियों को विफल करते हुए एक बड़ी शक्ति बनने में एक अद्वितीय भूमिका निभाई है।
मुंबई में विशाखापत्तनम वर्ग के दूसरे युद्धपोत का जलावतरण

मुंबई में विशाखापत्तनम वर्ग के दूसरे युद्धपोत का जलावतरण

अत्याधुनिक मिसाइलों से लैस और स्वदेश में निर्मित युद्धपोत का आज जलावतरण करते हुए नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने कहा कि रडार की नजर से बच निकलने में सक्षम इस विध्वंसक युद्धपोत की तुलना दुनिया के सर्वश्रेष्ठ जंगी जहाजों से की जा सकती है। परियोजना 15बी के तहत विशाखापत्तनम वर्ग के जहाज मोरमुगाओ का निर्माण सरकारी मझगांव डाॅक शिपयार्ड लिमिटेड (एमडीएल) ने किया है।
अमेरिका और इस्राइल के बीच हुई अब तक की सबसे बड़ी सैन्य डील

अमेरिका और इस्राइल के बीच हुई अब तक की सबसे बड़ी सैन्य डील

अमेरिका ने इस्राइल के साथ अपने इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य संधि पर हस्ताक्षर किए हैं। इस संधि के तहत इस्राइल आधुनिक विमान एवं हथियार खरीदेगा और अपनी सेना की मिसाइल रक्षा प्रणाली को मजबूत करेगा।
मिसाइल की छांव में तरक्की का संकल्प। आलोक मेहता

मिसाइल की छांव में तरक्की का संकल्प। आलोक मेहता

टी.वी. समाचार चैनलों की खबरें देखने पर आपको आशंका होती होगी कि दक्षिण चीन सागर पर लड़ाकू विमान उड़ने या मिसाइलयुक्त पनडुब्बियां घूमने अथवा हिमालय की पर्वत शृंखलाओं से लगी भारत-चीन सीमाओं पर बढ़ती सैन्य गतिविधियों से कहीं युद्ध का खतरा तो नहीं मंडरा रहा है। यदा-कदा किसी नेता, सैन्य अधिकारी या प्रवक्ता की कड़ी चेतावनी चीन, अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण कोरिया, सऊदी अरब, ईरान, दक्षिण अफ्रीका में भी सुनी जा सकती है। महाशक्तियों को अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए कई बार कड़ा रुख दिखाना पड़ता है। भारत अब उन्हीं शक्तिशाली देशों के साथ उठने-बैठने लगा है।
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