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शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल, पहली बार निफ्टी 10,000 के पार, सेंसेक्स ने भी बनाया रिकॉर्ड

शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल, पहली बार निफ्टी 10,000 के पार, सेंसेक्स ने भी बनाया रिकॉर्ड

भारतीय शेयर बाजार में कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन निफ्टी ने मंगलवार को एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसकी उम्मीद और इंतजार पिछले कुछ समय से किया जा रहा था।
पतंजलि के कारोबार में अगले साल 200 प्रतिशत का उछाल होगा: रामदेव

पतंजलि के कारोबार में अगले साल 200 प्रतिशत का उछाल होगा: रामदेव

पतंजलि समूह के बडे़ पैमाने पर वस्त्र निर्माण क्षेत्र में उतरने की घोषणा करते हुए इसके प्रवर्तक योग गुरू रामदेव ने आज दावा किया कि अगले वित्तीय वर्ष में इस समूह के कारोबार में 200 प्रतिशत की भारी वृद्धि होगी।
उछाल भरी पिच पर बल्लेबाजों को लेनी होगी जिम्मेदारी : कोहली

उछाल भरी पिच पर बल्लेबाजों को लेनी होगी जिम्मेदारी : कोहली

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि उनके बल्लेबाजों को किंग्सटन (जमैका) में वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए बिछायी गयी हरियाली पिच पर और अधिक जिम्मेदारी से खेलना होगा।
गैस उत्खनन में बड़े निवेश की तैयारी

गैस उत्खनन में बड़े निवेश की तैयारी

दुर्गम और अधिक चुनौतिपूर्ण इलाकों से निकाली जाने वाली प्राकृतिक गैस की कीमतों में इजाफे के भारत सरकार के फैसले से एक ओर उत्पादक कंपनियों की मार्केट वैल्यू में जबरदस्त उछाल आया है। दूसरी ओर, रिलायंस इंडस्ट्रीज की सह-स्वामित्व वाली ब्रिटिश कंपनी बीपी ने मध्यस्थता प्रक्रिया समाप्त करने का संकेत दिया है। इससे केजी बेसिन केजी डी6 ब्लॉक से गैस उत्खनन शुरू किया जा सकेगा। उधर, भारत सरकार के उपक्रम तेल एवं प्राकृतिक गैस आयोग (ओएनजीसी) ने केजी-डीडब्ल्यूएन 98/2 क्लस्टर 2 ब्लॉक में गैस उत्खनन में बड़े निवेश का ऐलान किया है।
बंगाल में देखिए डॉल्फिन की उछाल

बंगाल में देखिए डॉल्फिन की उछाल

गंगा नदी में रहने वाली संकटग्रस्त डॉल्फिनों के संरक्षण के लिए पश्चिम बंगाल में जल्दी ही इनके लिए देश का पहला सामुदायिक रिजर्व खोला जाएगा। इससे जुड़ा फैसला कल राज्य वन्यजीवन बोर्ड की बैठक में लिया गया।
शिशिर की शर्वरी हिंस्र पशुओं भरी

शिशिर की शर्वरी हिंस्र पशुओं भरी

बढ़ती कन्या भ्रूण हत्या के अलावा आउटलुक के अस्तित्व के इन 12 वर्षों में भारतीय समाज की दूसरी हिंसा कृषि संकट और बढ़ते शहरीकरण के प्रसंग में दिखती है। सन 2001 के पूर्ववर्ती दशक में शहरी आबादी 6.18 करोड़ बढ़ी थी जो 2001 से 2011 के बीच 9.1 करोड़ बढ़ी। ग्रामीण आबाद 2001 के पूर्ववर्ती दशक में 11.3 करोड़ बढ़ी थी लेकिन 2001 से 2011 के बीच यह सिर्फ 9.06 करोड़ बढ़ी। यानी शहरी आबादी वृद्धि दर के मुकाबले ग्रामीण आबादी वृद्धि दर कम हुई। यानी आजीविका के अभाव में या विभिन्न परियोजनाओं के चलते बड़ी संख्या में ग्रामीण आबादी उजडक़र शहरों में आई। यह तर्क दिया जा सकता है कि विकास के कारण ग्रामीण आबादी की गतिशीलता बढ़ी और वह शहरों में बेहतर अवसर तलाशने आई इसलिए इसे आपदा-पलायन नहीं कह सकते। लेकिन इस दौरान शहरों में भी संगठित रोजगार घटा यानी गांवों से शहरों में होने वाला आव्रजन आपदा-पलायन ही था। यही कृषि संकट का भी दौर रहा जब देश में बड़े पैमाने पर किसानों ने आत्महत्या की।
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