युवा लेखक नरेन्द्र सैनी की पहली पुस्तक ‘इश्क की दुकान बन्द है’ के लोकार्पण के बाद कहा कि इसमें हमारे समाज के मौजूदा यथार्थ को चित्रित किया गया है। संग्रह की कहानियों में पुरुष पात्र ज्यादा भावुक हैं। एक लेखक के रूप में मेरी कोशिश रही है कि कैरक्टर मुझे साथ लेकर चले, मैं कैरक्टर को साथ लेकर नहीं चलता हूँ।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एक बार फिर शर्मसार हुई है। दिल दहला देने वाली एक घटना में एक युवक ने सरेराह एक लड़की की बेरहमी से चाकू से गोदकर हत्या कर दी। सबसे हतप्रभ करने वाली बात ये रही कि घटना के समय वहां से गुजर रहे लोग बस देखते रहे और कोई भी लड़की को बचाने के लिए आगे नहीं आया।