हाल ही में दिल्ली से सटे दादरी में हुई हिंसा समेत देश भर में अल्पसंख्यकों और दलितों पर हो रहे हमलों के खिलाफ मुस्लिम और नागरिक अधिकार संगठनों ने एकजुट होकर कहा ‘फासीवादी ताकतों के खिलाफ मरते-मरते भी लड़ाई जारी रखेंगे लेकिन इंशा अल्लाह मुल्क नहीं बंटने देंगे।’ मौका था जंतर-मंतर पर सांप्रदायिक और जातिगत हमलों के खिलाफ आयोजित प्रदर्शन का। गौरतलब है कि बीते दिनों दादरी में अखलाक अहमद नामक व्यक्ति के घर में गोमांस होने की अफवाह फैलाई गई, जिसके बाद हिंदू कट्टरपंथियों की भीड़ ने पीट-पीट कर अखलाक को मार दिया और उनके बेटे दानिश को बुरी तरह से घायल कर दिया।
दादरी कांड से गुस्साए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ने को कह रहे मुस्लिम समुदाय के लोग आज जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन में न केवल दादरी कांड बल्कि पूरे देश में सांप्रदायिक हिंसा में मारे जा रहे मुसलमानों के लिए न्याय की मांग की जाएगी। गौरतलब है कि बीते दिनों दादरी के गांव बिसहड़ा में 50 वर्षीय अखलाक अहमद के घर में गोमांस होने की अफवाह फैलाई गई। जिसके बाद उग्र हिंदू चरमपंथियों की भीड़ ने अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाषण से एक दिन पहले पाकिस्तान ने फिर कश्मीर का राग गाया है। उसने भारत पर संघर्षविराम का उल्लंघन करने, जम्मू-कश्मीर में दिखावटी चुनाव कराने का आरोप लगाया, वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता रद्द होने की जिम्मेदारी भी भारत पर डाली।
सभी केंद्रीय सरकारी विभागों से कहा गया है कि वे अपने सभी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति से पांच साल पहले ही सभी प्रक्रियाओं की जांच पूरी कर ली जाए ताकि पेंशन मामले में उन्हें किसी तरह की देरी का सामना न करना पड़े।
एक भारतीय लड़की के आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल होने की खबर ने खुफिया एजेंसियों समेत लोगों को हैरत और चिंता में डाल दिया है। लड़की सेना के एक सेवानिवृत्त आलाधिकारी की बेटी बताई जा रही है।
अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से जो छात्र डाॅक्टर बनकर निकल रहे हैं, उसमें से 54 प्रतिशत डाॅक्टर विदेश चले जाते हैं और लौटकर भारत नहीं आते। रिपोर्ट यह भी कहती है कि हिन्दी माध्यम से स्कूल की पढ़ाई अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करने वाले छात्र जब एम्स जैसी संस्था में पढ़ने जाते हैं, तो भाषाई स्तर पर पिछड़ने की वजह से उनमें से कई तो आत्महत्या तक कर लेते हैं। यही वजह है कि अब एमबीबीएस की परीक्षा हिंदी में कराने की मुहिम तेज हो गई है।
भाजपा सफाई कर्मचारियों के लिए फिर दांव चलने की तैयारी में। जबकि सैंकड़ों सफाई कर्मचारी सीवर-सेप्टिक टैंक में मर रहे हैं और केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर पूरी तरह खामोश हैं।