भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार से अपनी संसदीय पारी की शुरुआत कर दी है। आज उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता ग्रहण की।
इस्तीफा देने के बाद विशाल सिक्का ने कहा कि उन्होंने निदेशक मंडल और एन आर नारायणमूर्ति की अगुवाई में हाई-प्रोफाइल संस्थापकों के बीच कटुता बढ़ने के बीच इस्तीफा दिया है।
हाल ही में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का कार्यभार संभालने वाली स्मृति ईरानी ने आज देश की प्रमुख समाचार एजेंसी पीटीआई की बड़ी चूक की ओर ध्यान दिलाया। पीटीआई ने चेन्नई बाढ़ की तस्वीरों को अहमदाबाद का बताकर जारी कर दिया था।
विपक्ष की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी ने अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान गोपाल गांधी के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, सीताराम येचुरी समेत विपक्ष के कई नेता मौजूद थे।
उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के समर्थन को लेकर असमंजस में रहने वाली बीजेडी ने आखिरकार अपना पत्ता खोल दिया है। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद का समर्थन करने वाले बीजेडी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी को समर्थन देने का फैसला किया है।
एनडीए की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार वेंकैया नायडू ने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में उनके अधीन मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया गया है।
उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार 71 वर्षीय गोपाल कृष्ण गांधी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते हैं तथा रिटायर्ड आईएएस अधिकारी के साथ बंगाल के पूर्व गवर्नर भी रह चुके हैं। प्रशासनिक व कूटनीतिक पदों पर लंबे अनुभव के धनी होने के साथ लेखन और बौद्धिक जगत में अपनी खास पहचान रखते हैं। समझा जाता है कि पारिवारिक जड़ें गुजरात की होने के कारण विपक्ष ने उन्हें चुना है ताकि पीएम मोदी भी आसानी से उनका विरोध न कर पाएं।
राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी एकता को मजबूत बनाए रखने में कुछ हद तक चूकी कांग्रेस अब फिर से विपक्षी दलों को एकजुट करने में लग गई है। अब विपक्षी दलों ने गोपालकृष्ण गांधी को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है।
इस बुरे दौर में जब दो समुदाय के बीच विश्वास कम होते हुए खत्म होता जा रहा है, उडुपी के कृष्ण मंदिर ने अनोखी मिसाल पेश की है। कल ईद के मौके पर कई मुस्लिम भाइयों ने बांह पर काली पट्टी बांध कर समुदाय पर हो रहे हमलों का मौन विरोध किया था। इससे अलग प्राचीन काल के कृष्ण मंदिर में इतिहास में पहली बार रोजेदारों ने न सिर्फ नमाज पढ़ी बल्कि रोजा भी तोड़ा।