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चर्चाः सत्ता के लिए रास्ता वही पुराना | आलोक मेहता

चर्चाः सत्ता के लिए रास्ता वही पुराना | आलोक मेहता

भारतीय जनता पार्टी और उसकी सरकार अब एकछत्र राज के लिए कांग्रेस के पुराने रास्ते को अधिक चमकाकर आगे बढ़ने का प्रयास कर रही है। सप्ताहांत हुई पार्टी की राष्‍ट्रीय परिषद की बैठक में दलित, किसान, विकास, राष्ट्रवाद के एजेंडे को जोर-शोर से उछाला गया।
चर्चाः पांच कदम आगे, दो कदम पीछे | आलोक मेहता

चर्चाः पांच कदम आगे, दो कदम पीछे | आलोक मेहता

जम्मू-कश्मीर में सरकार बनना हो या पाकिस्तान के साथ संबंध या सूफी सम्मेलन, भाजपा सरकार जोर-शोर से पांच कदम आगे बढ़ाती है। कुछ घंटे या कुछ दिन-सप्ताह बाद उसी पार्टी और सरकार के दो कदम पीछे जाते दिखाई देते हैं। यह लुकाछिपी के खेल जैसा है।
केंद्रीय मंत्री सदन को गुमराह न करेंः तंवर

केंद्रीय मंत्री सदन को गुमराह न करेंः तंवर

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर ने बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा फतेहाबाद स्थित गोरखपुर परमाणु संयंत्र को लेकर सदन में दी गई जानकारी को झूठी करार देते हुए इसे सदन को गुमराह करने वाला बताया।
चर्चाः समानान्तर राजनीतिक सत्ता की कमाई

चर्चाः समानान्तर राजनीतिक सत्ता की कमाई

विजय पताका लिए सेनापति दो वर्षों की अवधि में तीन सेनाओं के नेतृत्व का दावा कर रहे हैं। ऐसा चमत्कार तो रामायण-महाभारत काल या विक्रमादित्य और सम्राट अशोक के शासनकाल के युद्ध में भी पढ़ने-सुनने को नहीं मिलता। भारतीय लोकतंत्र में नेहरू-इंदिरा गांधी-राजीव गांधी, नरसिंह राव, अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में सत्ता और संगठन के साथ विचारधाराओं के आधार पर जन समर्थन की सफलता-विफलता देखने को मिली। राव-मनमोहन राज और अटलजी की सत्ता के अंतिम दौर में ‘शाइनिंग इंडिया’ से जुड़ी राजनीतिक टीम और पर्दे के पीछे मोटी रकम देकर सर्वेक्षणों एवं विज्ञापनों की एजेंसियों की सहायता ली गई। लेकिन मोदी युग में समानान्तर राजनीतिक सत्ता का एक नया केन्द्र उभरकर आया। भाजपा, आर.एस.एस. एवं इससे संबद्ध विभिन्न संगठनों, स्वामी रामदेव के लाखों समर्थकों, नए-पुराने नेताओं के धुआंधार प्रचार के बावजूद मोदी-भाजपा की सफलता का श्रेय ‘राजनीतिक प्रचार प्रबंधक’ प्रशांत किशोर ने लिया।
राहुल गांधी की उम्र को लेकर स्मृति ईरानी ने किया कटाक्ष

राहुल गांधी की उम्र को लेकर स्मृति ईरानी ने किया कटाक्ष

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की उम्र को लेकर उनपर तीखा प्रहार किया। स्मृति ने शनिवार को एक कार्यक्रम में राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि वह एक एेसा नेता है जो अपने आप को युवा नेता बताता है लेकिन उसकी उम्र 50 साल के करीब है।
काले धन की 'बाजीगरी’ का खतरनाक होता खेल

काले धन की 'बाजीगरी’ का खतरनाक होता खेल

मुनाफा महज कुछ हजार रुपये लेकिन 'कॉरपोरेट दान’ करोड़ों में। कोलकाता के अनजाने से कोने में एक कंपनी तीन साल से कुछ इसी तरह अपना काम कर रही थी। अब इस कंपनी समेत कई और के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो, प्रवर्तन निदेशालय और आर्थिक अपराध से जुड़ी कई और जांच एजेंसियों ने फाइलें खोल दी हैं।
चर्चाः जुड़ती-टूटती डोर गठबंधन की | आलोक मेहता

चर्चाः जुड़ती-टूटती डोर गठबंधन की | आलोक मेहता

‘एकला चलो’ की राजनीति सत्ता के स्वर्णिम दरवाजे नहीं खोल पाती। इसलिए दशकों तक विचारधारा, मूल्यों और नेतृत्व पर निर्भर रहने वाले प्रमुख राजनीतिक दल-कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी समय के साथ सहयोगी बना और छोड़ रहे हैं।
चुनाव आयोग की सख्ती कितना रंग लाएगी बंगाल में

चुनाव आयोग की सख्ती कितना रंग लाएगी बंगाल में

पश्चिम बंगाल में छह चरण में विधानसभा चुनाव होंगे और सभी 77247 मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। यह ऐसी घोषणा है, जिसका तृणमूल कांग्रेस अरसे से विरोध करती आ रही है। चुनाव में केन्द्रीय बलों की तैनाती न की जाए और तीन चरणों में मतदान कराए जाएं - इसके लिए तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने तीन बार चुनाव आयोग को ज्ञापन दिया।
चार नौजवानों की नारेबाजी से नहीं टूटता है देश: आजाद

चार नौजवानों की नारेबाजी से नहीं टूटता है देश: आजाद

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को धर्मनिरपेक्षता को जिंदा रखने की जोरदार वकालत करते हुए कहा कि कुछ नौजवानों की नारेबाजी से नहीं बल्कि सत्ता में बैठे लोगों की ओर से विवाद पैदा करने से देश टूटता है।
भड़काऊ भाषण मामले में कठेरिया को राजनाथ की क्लीन चिट

भड़काऊ भाषण मामले में कठेरिया को राजनाथ की क्लीन चिट

केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया के पिछले दिनों आगरा में एक सभा के दौरान दिए गए द्वेषपूर्ण और भड़काउ भाषण को लेकर विपक्ष द्वारा कड़ी आपत्ति जताने और उन्हें गिरफ्तार कर मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग किए जाने के बीच केन्द्र ने आज इन सारे आरोपों को नकार दिया। सरकार ने कहा कि कठेरिया के भाषण में किसी संप्रदाय के खिलाफ कोई आपत्तिजनक बात नहीं पाई गई।