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Search Result : "केएलएफ बुक अवॉर्ड"

रंगकर्मी अरूण ककड़े को मिलेग मेटा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

रंगकर्मी अरूण ककड़े को मिलेग मेटा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

मेटा (महिन्द्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवॉर्ड्स) महोत्सव में इस बार मेटा 2017 लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड ककड़े काका के रूप में मराठी थिएटर के मशहूर कलाकार अरूण ककडे को प्रदान किया जाएगा। रंगकर्म क्षेत्र में प्रतिष्ठित पुरस्कार के तहत मेटा लाइफ टाइम एचीवमेंट पुरस्कार के अलावा 13 विभिन्न श्रेणियों में भारतीय रंगकर्म के सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया जाएगा।
छह हजार लड़कियों ने सीखे आत्‍मरक्षा के गुण, लिम्‍का बुक में दर्ज होगा रिकार्ड

छह हजार लड़कियों ने सीखे आत्‍मरक्षा के गुण, लिम्‍का बुक में दर्ज होगा रिकार्ड

छह हजार लड़कियांं एक साथ- एक जगह पर आत्‍मरक्षा के गुण सीख रही थी। जैसे ही इनका ट्रेनिंग कार्यक्रम समाप्‍त हुआ हर कोई दंग रह गया। आत्‍मरक्षा के गुण सीख रही इन लड़कियों का नारा था मेरी रक्षा मेरे हाथ।
ईरानी के फैसले को पलटा, आउटसोर्स नहीं होगा बुक फेयर का आयोजन

ईरानी के फैसले को पलटा, आउटसोर्स नहीं होगा बुक फेयर का आयोजन

देश के नए मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने स्मृति ईरानी के फैसले को पलटते हुए नई दिल्ली इंटरनैशनल बुक फेयर के आयोजन को आउटसोर्स करने से इनकार कर दिया है। तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री ईरानी ने इसे आउटसोर्स करने का फैसला किया था। तब मंत्रालय ने नैशनल बुक ट्रस्ट से एक प्राइवेट एजेंसी को प्रेजेंटेशन देने को भी कहा था।
डॉ. रघुवीर चौधरी ज्ञानपीठ से नवाजे गए

डॉ. रघुवीर चौधरी ज्ञानपीठ से नवाजे गए

एक गरिमामय समारोह में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने गुजराती के प्रख्यात लेखक डॉ. रघुवीर चौधरी को 51वां ज्ञानपीठ अवॉर्ड दिया। दिल्ली में संसद भवन पुस्तकालय में हुए इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पत्रकारो, साहित्यारों और सुधि पाठक जनों ने हिस्सा लिया।
अवॉर्ड ही मेरा जवाब है : कंगना

अवॉर्ड ही मेरा जवाब है : कंगना

कंगना रणौत हीरो की तरह हैं। हीरो यानी भारतीय समाज में परम श्रद्धेय और ताकतवर। कंगना कल दिल्ली में राष्ट्रीय पुरस्कार लेने आई थीं। शबाना आजमी के बाद दूसरी महिला कलाकार हैं जिन्हें दो बार लगातार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
सरकारों ने ही बिगाड़े हालात : राजेंद्र सिंह

सरकारों ने ही बिगाड़े हालात : राजेंद्र सिंह

जल पुरुष के नाम से विख्यात, पानी के नोबल पुरस्कार माने जाने वाले स्कॉटहोम वाटर और मैगसायसाय अवॉर्ड से नवाजे गए राजेंद्र सिंह का मानना है, देश में पानी की कमी राजनेताओं की देन है और सामुदायिक विकेंद्रीय जल प्रबंधन से हालात सुधारे जा सकते हैं। आउटलुक के साथ उन्होंने पानी की समस्या और समाधान पर बात की। पेश हैं प्रमुख अंश:
मदर टेरेसा को मरणोपरांत फाउंडर्स अवॉर्ड

मदर टेरेसा को मरणोपरांत फाउंडर्स अवॉर्ड

मदर टेरेसा को इस वर्ष के ब्रिटेन के प्रतिष्ठित फाउंडर्स अवॉर्ड से मरणोपरांत सम्मानित किया गया है। यह सम्मान वैश्विक एशियाई समुदाय के लोगों को उनकी अनुकरणीय उपलब्धियों को मान्यता देता है और उन्हें पुरस्कृत करता है।
फिल्म समीक्षा : द जंगलबुक

फिल्म समीक्षा : द जंगलबुक

नब्बे के दशक के बच्चों के मन में रुडयार्ड किपलिंग की द जंगलबुक की यादें चिरस्थायी हैं। निर्देशक जॉन फेवरियू ने इस चिरकालिक स्मृति को भव्य तरीके से फिल्म के रूप में पेश किया है।
सलमान को नहीं चाहिए अवॉर्ड्स

सलमान को नहीं चाहिए अवॉर्ड्स

बजरंगी भाईजान की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर भले ही कमाई के सारे रेकॉर्ड तोड़ देती हों, उनके चाहने वाले हर बार उन्हें ही श्रेष्ठ अभिनेता की ट्रॉफी उठाए देखना चाहते हों मगर खुद सलमान ऐसा नहीं चाहते।
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