सरकार ने आज कहा कि संसद के मानसून सत्र में जीएसटी विधेयक को पारित कराने के लिए उसके पास पर्याप्त समर्थन है। संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा।
सब कुछ ठीक रहा और मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव को अस्पताल से छुट्टी मिल गई तो कल यानी 30 जून को मध्य प्रदेश के कुछ विधायक मंत्री का दर्जा पा जाएंगे। इसके साथ ही लंबे समय से चले आ रहे मंत्रीमंडल के विस्तार की अटकलों को विराम मिल जाएगा।
राजनीतिक गलियारों में इन दिनो दावे किए जा रहे हैं कि अजित सिंह की पार्टी रालोद और समाजवादी पार्टी में 'डील' हो चुकी है और इसकी बस घोषणा होनी बाक़ी है। मगर वहीं अजित सिंह को निकट से जानने वालों की मानें तो दिल्ली अभी दूर है। बक़ौल उनके सिंह अभी कम से कम एक बार ताश के पत्ते और फेंटेंगे और अन्य सम्भावनाओं को टटोलने का पुनः प्रयास करेंगे ।
हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा का पार्टी में महत्व बढ़ने लगा है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के उत्तराखंड दौरे के दौरान बहुगुणा सबसे ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे थे। यही नहीं शाह की केदारनाथ यात्रा में भी बहुगुणा साथ ही रहे जबकि प्रदेश भाजपा के कई दिग्गज नेताओं को यात्रा से दूर रखा गया।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वह जल्द ही अपने मंत्रीमंडल में विस्तार करेंगे। शिवराज सिंह चौहान हाल ही में चीन यात्रा से लौटे हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मंत्रीमंडल में विस्तार कब होगा तो उन्होंने कहा, वह अपनी बात पर अडिग हैं।
जम्मू-कश्मीर के पंपोर में सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले में शहीद जवान वीर सिंह के अंतिम संस्कार में उनकी जाति को लेकर बवाल खड़ा कर दिया गया। मामले को तूल पकड़ता देख प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद शहीद का अंतिम संस्कार कराया गया।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान पर भारत को अस्थिर करने का आरोप लगाया। शनिवार को श्रीनगर के पास हुआ हमला हाल के वर्षों में सुरक्षा बलों पर होने वाला भीषण हमला था जिसमें सीआरपीएफ के आठ जवान शहीद हो गए और 21 अन्य घायल हो गए।
ये तो सभी जानते हैं कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिंह राव और उनके वित्त मंत्री मनमोहन सिंह की जोड़ी ने देश में आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की और देश को आर्थिक बदहाली से उबार लिया मगर यह बहुत कम लोगों को पता है राव दरअसल चीन के अपने समय के सबसे शक्तिशाली कम्युनिस्ट नेता देंग श्याओ पिंग से बेहद प्रभावित थे और उनसे मिलना चाहते थे मगर राजीव गांधी जब देश के प्रधानमंत्री थे तो राव को विदेश मंत्री होने के बावजूद अपने साथ चीन नहीं ले गए।
पी.वी. नरसिंह राव ने प्रधानमंत्री रहने के दौरान खुफिया ब्यूरो (आईबी) का इस्तेमाल सोनिया गांधी समेत अपनी ही पार्टी के नेताओं की जासूसी के लिए किया था और यही नहीं, वह अपनी सरकार के महत्वाकांक्षी आर्थिक सुधार नीतियों पर भी सांसदों की पसंद नापसंद जानने के लिए आईबी का जमकर इस्तेमाल करते रहे थे।