अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को स्पष्ट रुप से कहा कि पाकिस्तान को आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने में फर्क नहीं करना चाहिए।
बिहार में चुनावों की तैयारी में जुटे विभिन्न दलों और उम्मीदवारों ने अपने-अपने एजेंडे को जनता के सामने रखने की कवायद शुरू की। भोजपुर के बड़हरा विधानसभा क्षेत्र में मुद्दों, जाति और विकास पर हो रही बातचीत
इस पूजा में कुछ नया अनुभव करना हो तो कोलकाता का रूख किया जा सकता है। कोलकाता में हर साल की तरह इस बार भी पूजा पंडालों को अलग और अनूठा बनाने की तैयारी जोरों पर है। दुर्गा पूजा आने में अभी वक्त है। लेकिन पंडाल में ज्यादा से ज्यादा लोग आएं इसके लिए आयोजक तरह-तरह के प्रयोग कर रहे हैं। लोगों को आकर्षित करने के लिए कोलकाता के एक पंडाल ने यहां आने वाले लोगों को अफ्रीकी सफारी का आनंद लेने का मौका दिया है।
आप विधायक सोमनाथ भारती को कड़ा संदेश देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह पार्टी के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गए हैं और उन्हें आत्मसमर्पण कर पुलिस के साथ सहयोग करना चाहिए।
पुणे स्थित एफटीआईआई के अध्यक्ष के तौर पर टीवी अभिनेता और भाजपा सदस्य गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के विरोध में हड़ताल कर रहे छात्रों ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संस्थान में पिछले 71 दिन से जारी संकट का हल निकालने के लिए हस्तक्षेप करने की अपील की।
संसद के मानसून सत्र के अनिशिचत काल के लिए स्थगित होने के बाद प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए सरकार की मंशा साफ कर दी। मोदी ने कांग्रेस के ऊपर विकास में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए अपने सांसदों से कांग्रेस के खिलाफ देश भर में आंदोलन चलाने को कहा।
दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी गूगल के शिखर पर पहुंचने वाले सुंदर पिचई ने आईआईटी खडगपुर से बीटेक और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमएस की पढ़ाई मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग में की थी। इसके बाद उन्होंने व्हार्टन स्कूल से एमबीए किया और 10 साल के भीतर कंपनी के सीईओ पद तक पहुंच गए। जानिए, पिचई की कौन-सी खूबियों ने दिलााई पिचई को ये कामयाबी
राहुल गांधी की सक्रियता ने भारतीय राजनीति का मौसम तो गर्म कर ही दिया है। अचानक राहुल गांधी विपक्ष के नेता की भूमिका में नजर आने लगे हैं। आजकल राहुल गांधी की भाषण शैली में आक्रामकता है, सरकार पर हमले कर रहे हैं। कांग्रेस भी और कांग्रेसी भी आशान्वित हो उठे हैं कि पार्टी फिर खड़ी हो उठेगी। प्रश्न ये है क्या, राहुल गांधी के सक्रिय हो जाने मात्र से पार्टी हाशिये से बाहर निकल पायेगी?