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Search Result : "कौशल किशोर की बहू अंकिता"

दिल छू लेता है गूगल का यह विज्ञापन

दिल छू लेता है गूगल का यह विज्ञापन

पिता और बेटे की केमेस्ट्री मिल जाए तो कमाल हो जाता है। बॉलीवुड को ध्यान में रख कर गूगल ने ऐसा ही एक विज्ञापन तैयार किया है। इंटरनेट पर हजारों लोग इसे देख चुके हैं।
प्रियंका गांधी करेंगी उत्तर प्रदेश  में 200 जनसभाएं

प्रियंका गांधी करेंगी उत्तर प्रदेश में 200 जनसभाएं

कांग्रेस पार्टी के लगातार आग्रह के बाद प्रियंका गांधी ने यू पी विधानसभा चुनाव में पार्टी की सफलता के लिए करीब 200 सभाओं को संबोधित करने के लिए स्वीकृति दे दी है।
बच्चों में कैसे हो भाषा और कौशल विकास, जारी हुई रिपोर्ट

बच्चों में कैसे हो भाषा और कौशल विकास, जारी हुई रिपोर्ट

केयर इंडिया ने ‘यूएसएड’ के सहयोग से ‘आरंभिक भाषा एवं साक्षरता’ पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है। जिसका मकसद है कि बच्चों में कौशल विकास और भाषा के स्‍तर को कैसे मजबूत किया जाए।
रमन राघव, 2.0 होने में थोड़ी सी कसर

रमन राघव, 2.0 होने में थोड़ी सी कसर

रमन राघव 2.0 अनुराग कश्यप स्टाइल की फिल्म है। यानी लंबी स्क्रिप्ट और एडिटिंग से जूझती हुई फिल्म। फिल्म हिचकाले खाती धीरे-धीरे चलती है और लगता है पता नहीं यह खत्म कैसे होगी। यह तो तय है कि यह फिल्म पूरी तरह अनुराग कश्यप के मुरीदों के लिए ही है।
नए विधायकों के लिए इंटर्नशिप था संसदीय सचिव पद

नए विधायकों के लिए इंटर्नशिप था संसदीय सचिव पद

1937 में जब पहली बार कांग्रेस-लीग के समझौते के बाद उत्तर प्रदेश में पहली कांग्रेस सरकार चुनकर आई तो नेहरू जी मंत्रिमंडल में लीग को स्थान देने के लिए तैयार नहीं हुए थे। जिसके फलस्वरूप देश के विभाजन की नींव रखी गई थी। मेरा उद्देश्य इस सवाल को उठाना नहीं है। उससे कई और सवाल जुड़े हैं। मैं यहां संसदीय सचिव (पार्लियामेंन्ट्री सेक्रेट्री) के पद के इतिहास के बारे में बात करना चाहता हूं। यह पद ब्रिटिश सरकार की परंपरा का हिस्सा है। मैंने कहीं पढ़ा था चर्चिल भी शायद पहले संसदीय सचिव ही हुए थे। सन 1937 में जब पंडित गोविंद वल्लभ पंत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार बनी थी तो वह मुख्यमंत्री बने थे और विजय लक्ष्मी पंडित मंत्री बनी थीं। यदि संसद सचिवों की बात की जाए तो चौधरी चरण सिंह (जो प्रधानमंत्री बने), चंद्रभानु गुप्त (चार बार मुख्यमंत्री बने और कांग्रेस के कद्दावर नेता थे), आचार्य जुगल किशोर (1947 में आजादी के वक्त कांग्रेस के जनरल सेक्रेट्रियों में थे) समेत कई संसदीय सचिव थे। उसके बाद भी संसदीय सचिव की परंपरा मंत्रिमंडल का अंग रही। मैं स्मृति से लिख रहा हूं। केंद्र में भी यह पद था। प्रदेश में कई बड़े नेताओं ने संसदीय सचिव के पद से अपना करिअर आरंभ किया था जिनमें बाबू बनारसी दास (मुख्यमंत्री रहे), हेमवतीनंदन बहुगुणा (पूर्व मुख्यमंत्री, कैलाश प्रकाश पूर्व. शिक्षा मंत्री) आदि सम्मिलित हैं।
पीके के हसीन प्रस्ताव ने बिछाए कांटे

पीके के हसीन प्रस्ताव ने बिछाए कांटे

पीके17 यानी प्रशांत किशोर 2017 के तारणहार बनकर केवल कांग्रेसियों को टिकट के सपने ही नहीं दिखा रहे बल्कि चीफ मिनिस्टर की कुर्सी के प्रस्ताव लेकर बीजेपी के नेताओं के पास भी जा रहे हैं। पीके महाराज की इस पहल से वरिष्ठ कांग्रेस नेता ही नहीं गांधी परिवार के सदस्य भी नाराज हैं।
पूर्व आईपीएस की किताब में दावा, औरंगजेब ने तोड़ा था अयोध्या में राम मंदिर

पूर्व आईपीएस की किताब में दावा, औरंगजेब ने तोड़ा था अयोध्या में राम मंदिर

उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अयोध्या मुद्दा जहां फिर सुर्खियों में है, वहीं एक पूर्व आईपीएस अधिकारी द्वारा लिखी गई किताब में दावा किया गया है कि अयोध्या में राम मंदिर बाबर के शासनकाल के दौरान नहीं, बल्कि औरंगजेब के शासनकाल में तोड़ा गया था।
राहुल में है कांग्रेस को सत्ता में वापस लाने का कौशल: दिग्विजय

राहुल में है कांग्रेस को सत्ता में वापस लाने का कौशल: दिग्विजय

राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा के बीच पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि पार्टी को नए विचारों और पीढ़ी के बदलाव की जरूरत है। सिंह ने राहुल को अध्यक्ष बनाए जाने की तरफ इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस की सत्ता में वापसी कराने का जरूरी कौशल पार्टी उपाध्यक्ष में है।
न भरोसेमंद चेहरा और न जातीय समीकरण, कैसे लगेगी यूपी में कांंग्रेस की नैय्‍या पार

न भरोसेमंद चेहरा और न जातीय समीकरण, कैसे लगेगी यूपी में कांंग्रेस की नैय्‍या पार

कांग्रेस आलाकमान ने देश के सबसे बड़े राज्‍य उत्‍तर प्रदेश को साधने के लिए बहुत से प्रयास किए हैं लेकिन उनमें से कोई अब तक कारगर नहीं हुआ है। अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव में जीत के लिए पार्टी ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को पकड़ा है।
प्रशांत किशोर की कंपनी को आयकर नोटिस

प्रशांत किशोर की कंपनी को आयकर नोटिस

चुनाव प्रबंधन कंपनी आईपैक चलाने वाले प्रशांत किशोर की कंपनी को आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया है। 2014 में एसोसिएशन ऑफ सिटीजंस फॉर अकाउंटेबल गवर्नेंस नामक कंपनी के प्रमुख प्रशांत किशोर थे।