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मौद्रिक नीति की समीक्षा कल, मानसून की थाह के बीच क्या घटेंगी ब्याज दरें

मौद्रिक नीति की समीक्षा कल, मानसून की थाह के बीच क्या घटेंगी ब्याज दरें

खुदरा महंगाई बढ़ने के संकेतों के बीच भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन मंगलवार को द्वैमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा में नीतिगत दरों में यथास्थिति बनाए रख सकते हैं। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार रिजर्व बैंक ब्याज दर में कटौती की दिशा में कोई अगला कदम बढ़ाने से पहले मानसून की प्रगति का थाह लेना चाहेगा। मानसूनी वर्षा की शुरूआत में इस साल देर हो रही है पर मौसम विभाग और निजी एजेंसियों ने वर्षा सामान्य या उससे ऊपर रहने का अनुमान लगाया है।
माहे रमजान: दिल के रोगी क्या करें, क्या नहीं

माहे रमजान: दिल के रोगी क्या करें, क्या नहीं

इस्लामिक कैलेंडर के पवित्र महीने रमजान की शुरुआत होने वाली है। इस माह में मुस्लिम धर्म के लोग रोजे रखते हैं। रोजे के दौरान पूरे दिन भर कुछ भी नहीं खाया और पिया जाता है। ऐसे में दिल की बीमारी से जूझ रहे लोगों को रोजे रखने की वजह से परेशानी हो सकती है। इस बारे में भारत के प्रमुख ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. उपेंद्र कौल ने ऐसे मरीजों को इस महीने में बहुत अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी है।
क्या संघ जुटा पाएगा भारतीय नोबेल के लिए 200 करोड़

क्या संघ जुटा पाएगा भारतीय नोबेल के लिए 200 करोड़

भारतीय संस्कृति और भारत के रुतबे को दुनिया में बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ नोबेल की तरह एक पुरस्कार शुरू करना चाहता है। इस पुरस्कार में भी शांति, सामाजिक क्षेत्र, आर्थिक क्षेत्र में अपना अतुलनीय योगदान देने वालों को सम्मानित किया जाएगा।
राजन के समर्थन में चिदंबरम बोले, क्या उनके लायक है मोदी सरकार

राजन के समर्थन में चिदंबरम बोले, क्या उनके लायक है मोदी सरकार

पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन को दुनिया के सबसे बेहतर अर्थशास्त्रियों में से एक बताते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देखने वाली महत्वपूर्ण बात तो यह है कि क्या मोदी सरकार रघुराम राजन के लायक है।
बहस शुरु, क्या जल को समवर्ती सूची में शामिल कर लिया जाए

बहस शुरु, क्या जल को समवर्ती सूची में शामिल कर लिया जाए

भूजल स्तर में लगातार गिरावट आने, शहरों का विस्तार होने के बावजूद बुनियादी सुविधाओं की कमी, जलवायु परिवर्तन, देश के 20 राज्यों में जल विषाक्तता के बीच जल के समुचित उपयोग एवं संरक्षण को लेकर एक समग्र, व्यापक राष्ट्रीय नीति बनाने की मांग के साथ जल को संविधान की समवर्ती सूची में रखने के विचार पर बहस शुरू हो गई है।
कोहली के क्या कहने, जड़ दिया आईपीएल के एक ही संस्करण में तीसरा शतक

कोहली के क्या कहने, जड़ दिया आईपीएल के एक ही संस्करण में तीसरा शतक

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान विराट कोहली का बल्‍ला गरजना क्‍या शुरु हुआ, थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। गुजरात लायंस के खिलाफ उन्‍होंने जो तेज तर्रार पारी खेली, उसने करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के दिल में अमिट छाप छोड़ दी है।
झारखंड : 10 हजार की उधारी क्या मांगी, पादरी को ही मार डाला

झारखंड : 10 हजार की उधारी क्या मांगी, पादरी को ही मार डाला

झारखंड में एक पादरी को उधार के पैसे मांगना भारी पड़ गया। उसे पैसे तो नहीं मिले बल्कि उसे अपनी जान गंवानी पड़ी। खूंटी जिले के जीईएल चर्च के पादरी रेव अब्रहाम विश्वास सुरीन की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है।
लोकसभा स्पीकर ने कहा, क्या अब सांसदों को बात करना भी सिखाऊं

लोकसभा स्पीकर ने कहा, क्या अब सांसदों को बात करना भी सिखाऊं

लोकसभा में कुछ सदस्यों के व्यवहार और उनके द्वारा लगातार आपत्तिजनक टिप्पणियां किए जाने पर स्पीकर सुमित्रा महाजन सोमवार को बेहद आहत दिखीं। नाराज स्पीकर ने कहा कि अब सदस्यों को बोलना सिखाने के लिए क्या उनकी क्लास लूं?
‘आखिर महाराज देखना क्या चाहते थे, जनता को बताएं?’

‘आखिर महाराज देखना क्या चाहते थे, जनता को बताएं?’

सोशल मीडिया पर उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज का एक विवादित वीडियो वायरल हो रहा है। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में पुलिस कार्रवाई के दौरान एक लड़की के साथ कथित तौर पर मारपीट एवं बलात्कार की कोशिश की गई। बताया जा रहा है कि जख्म दिखाने के लिए उस लड़की को सभी के सामने जींस के बटन खोलने के लिए कहा गया। आरोप है कि महाराज ने लड़की की जींस के बटन खुलवाकर उसके जख्म देखने चाहे। इसे लेकर सोशल मीडिया पर साक्षी महाराज की तीखी आलोचना हो रही है। कोई इसे गंदी बात लिख रहा है तो कोई शर्मनाक बता रहा है।
कन्हैया के भी क्या कहने, खुद को भगत सिंह और गांधी मान बैठे

कन्हैया के भी क्या कहने, खुद को भगत सिंह और गांधी मान बैठे

जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्‍हैया कुमार ने एक बार फिर जेएनयू प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाई है। कन्हैया ने विश्‍वविद्यालय के वीसी के उस बयान का विरोध किया है जिसमें उन्होंने कैंपस में जारी भूख हड़ताल को गैरकानूनी कहा था।
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