चकाचौंध से दूर सादगी से जीवन बिताने की इच्छा रखने वाले असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल का काफिला सडक़ से कब गुजर जाता है, किसी को पता नहीं चलता। उग्रवाद प्रभावित राज्य होने के बावजूद मुख्यमंत्री के लिए न तो सडक़ खाली कराई जाती है और न सायरन बजता है। वे यह कहते हुए प्रचार से बचते हैं कि उनका काम ही उनका प्रचार है। वे टीवी चैनलों को साक्षात्कार भी नहीं देते। आउटलुक हिंदी के लिए रविशंकर रवि से बड़ी मुश्किल से बातचीत के लिए तैयार हुए और यह पूरी बातचीत हिंदी में ही हुई। पेश हैं मुख्य अंश:
अवाम का सिनेमा ने तय किया है कि छोटे कस्बों, दूरदराज के गांवों में गुमनामी में पड़े क्रांतियोद्धाओं की कहानियां दुनिया के फलक पर दस्तावेजों के साथ लायी जाएगी। 2006 में शाह आलम और उनके हमख्याल चंद साथियों के जरिए शुरू की गई इस मुहिम ने दस बरस पूरे कर लिए हैं। इस कड़ी में अयोध्या में अवाम का सिनेमा16 से 19दिसंबर, 2016 तक चार दिवसीय फिल्म फेस्टिवल एवं क्रांतिकारी स्मृति महोत्सव आयोजित कर रहा है।
लगभग 49 साल तक क्यूबा के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति रहे क्रांतिकारी फिदेल कास्त्रो ने 90 साल के हो गए हैं। उनके जन्मदिन पर क्यूबा में जगह-जगह पर लोग जश्न मान रहे हैं। कास्त्रो ने लोगों की शुभकामनाओं के लिए उनका आभार प्रकट किया और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की आलोचना की।
देशद्रोह के आरोपी जेएनयू के छात्र उमर खालिद ने कश्मीर में मारे गए आतंकी बुरहान वानी पर विवादास्पद बयान दिया है। उमर खालिद ने वानी की तुलना मार्क्सवादी क्रांतिकारी चे ग्वेरा से की है। खालिद ने फेसबुक अकाउंट पर लिखा, ‘चे ग्वेरा ने कहा था- अगर मैं मर जाऊं और कोई दूसरा मेरी बंदूक उठाकर गोलियां चलाता रहे तो मुझे परवाह नहीं, लेकिन ऐसे ही शब्द बुरहान वानी के भी रहे होंगे।’ उमर के इस कथन पर अखिल भारतीय विद़यार्थी परिषद भड़क गई है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाई जा रही एक पुस्तक में शहीद ए आजम भगत सिंह को क्रांतिकारी-आतंकवादी बताए जाने पर आहत उनके परिजनों ने आपत्ति जताते हुए इस मुद्दे को डीयू और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों के समक्ष उठाया है। लोकसभा में भी इस मुद्दे को उठाया गया जिससे सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
आजादी के बाद भारत की रक्षा-नीति में क्रांतिकारी बदलाव हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने सैद्धांतिक रूप से अमेरिका को भारतीय सैनिक अड्डों का इस्तेमाल करने की स्वीकृति दे दी है। दोनों देशों के विमान और नौ सैनिक पोत भी एक-दूसरे के सैन्य अड्डों पर तैनात किए जा सकेंगे।
स्वामी दयानंद और राजा राममोहन राय, महात्मा गांधी समेत कई संत, महात्मा, समाज सुधारकों ने महिलाओं को अंधविश्वास तथा सामाजिक कुरीतियों से बचाने के लिए जीवन पर्यंत काम किया और क्रांतिकारी बदलाव हुए। इसी भारतीय समाज में किसी मंदिर में महिलाओं के पूजा करने से बलात्कार जैसे अपराध होने या साईं बाबा की पूजा से सूखा पड़ने जैसी बातें शंकराचार्य के रूप में मान्यता प्राप्त स्वामी स्वरूपानंद के मुंह से सामने आना बेहद आश्चर्यजनक और शर्मनाक है।