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अहमद पटेल का भ्‍ााजपा पर निशाना, अंग्रेजों भारत छोड़ो की तर्ज पर कहा- ‘भाजपा गद्दी छोड़ो’

अहमद पटेल का भ्‍ााजपा पर निशाना, अंग्रेजों भारत छोड़ो की तर्ज पर कहा- ‘भाजपा गद्दी छोड़ो’

गुजरात राज्यसभा चुनाव में मिली जीत के बाद कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ‘अंग्रेजो भारत छोड़ो’ के तर्ज पर ‘भाजपा गद्दी छोड़ो’ का नारा दिया।
भारत छोड़ो आंदोलन के 75 साल: मोदी ने कहा, 'लोग छोटी-छोटी बातों में हिंसक हो रहे हैं'

भारत छोड़ो आंदोलन के 75 साल: मोदी ने कहा, 'लोग छोटी-छोटी बातों में हिंसक हो रहे हैं'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, राजनीति से ऊपर राष्ट्रनीति होती है। साल 1942 में देश का हर व्यक्ति नेता बन गया था। उन्होंने कहा कि दल से बड़ा देश होता है।
भारत छोड़ो आंदोलन के 74 साल पूरे, संसद में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई

भारत छोड़ो आंदोलन के 74 साल पूरे, संसद में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई

भारत छोड़ो आंदोलन के 74 साल पूरे होने के मौके पर मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा ने स्वतंत्रता संघर्ष में शहीद हुए महापुरुषों को श्रद्धांजलि दी।
ग्रोथ चाहिए तो 'जुगाड़' छोड़ो, 'सिस्‍टम' सुधारो: रघुराम राजन

ग्रोथ चाहिए तो 'जुगाड़' छोड़ो, 'सिस्‍टम' सुधारो: रघुराम राजन

जुगाड़ के जरिये फौरी तौर पर किसी समस्या के समाधान की प्रवृत्ति की आलोचना करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि सतत वृद्धि के लिए मजबूत संस्थागत प्रणाली होना जरूरी है।
हिंदी साहित्य के इंजीनियर

हिंदी साहित्य के इंजीनियर

गणित के कठिन सवालों के बीच गोदान का होरी भी जिंदगी के जवाब खोजता है। रसायन के सूत्र भले भूल जाएं मगर चंदर का सुधा भूल जाना अखरता है। प्रकाश के परावर्तन का नीरस सिद्धांत सुनील के केस को सुलझाते ही सरस लगने लगता है। ब्लैक बोर्ड पर अल्फा, बीटा, गामा के बीच निर्मला, चोखेरबाली और राग दरबारी भी धमाचौकड़ी मचाते हैं। अमूमन घरों में होशियार बच्चे विज्ञान पढ़ते हैं। विज्ञान में भी लड़के गणित और लड़कियां जीव विज्ञान पढ़ती हैं। जब कोर्स की किताबें ही साल में खत्म करना मुश्किल हो तो कहानी-कविताएं, उपन्यास पढ़ने के लिए किसके पास वक्त है। गणित लेने के बाद अर्जुन की आंख की तरह बस एक ही लक्ष्य है, आईआईटी। विज्ञान पढ़ रहे बच्चों के माता-पिता को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से कम कुछ भी गवारा नहीं है। मोटी-मोटी किताबों, सुबह से शाम तक चलने वाली कोचिंग क्लासों के बीच इंजीनियर बनने का सपना पलता है। ऐसे में साहित्य की कौन सोचे। पढ़ाई के दौरान साहित्य पढऩा समय की बर्बादी है और लिखना... इसके बारे में तो सोचना भी मत।
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