देश के सभी कोनों से, सभी भाषाओं में एक ही आवाज उठ रही है। यह अपने आप में ऐतिहासिक परिघटना है। इससे पहले इस देश में इतने बड़े पैमाने पर लेखकों-साहित्यकारों-रंगकर्मियों ने एक साथ एक ही मुद्दे पर मिलकर आवाज नहीं उठाई थी। वे सब अलग-अलग राज्यों से, अपनी-अपनी भाषाओं में एक ही स्वर बोल रहे हैं।
सांप्रदायिक राजनीति, अभिव्यक्ति की आजादी पर बढ़ते हमलों और बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने का सिलसिला तेज होता जा रहा है। अब तक विभिन्न भाषाओं के करीब 15 साहित्यकार पुरस्कार लौटा चुके हैं।
जर्मनी ने जम्मू-कश्मीर से दो दशक पहले लापता हुई दसवीं शताब्दी की दुर्गा की एक दुर्लभ मूर्ति भारत को आज लौटा दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल का आभार जताया। लापता होने के बाद यह मूर्ति जर्मनी के एक संग्रालय में पाई गई थी। भारत की यात्रा पर आईं जर्मन चांसलर मर्केल ने यहां हैदराबाद हाउस में मोदी को यह मूर्ति सौंपी।
समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया की प्रतिमा पर पूर्व मुख्यमंत्राी जीतन राम मांझी द्वारा रविवार शाम को माल्यार्पण करने के बाद कथित रूप से उसके शुद्धिकरण के लिए प्रतिमा को धोने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ आज प्राथमिकी दर्ज की गयी।