भीषण गर्मी और लू से अब तक देश में 1100 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है। इसके बावजूद अभी तक इसे राष्ट्रीय आपदा नहीं माना जा रहा है। नेपाल भूकंप में तुरंत राहत पहुंचाने वाली केंद्र सरकार भी इस मामले को हल्के में ले रही है।
देश के कई हिस्सों में सोमवार को भी तपती गर्मी का प्रकोप और लू के थपेड़े बने रहे। वहीं इस बीच आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तीखी गर्मी की वजह से कम से कम 764 लोगों के मारे जाने की खबर है।
राजधानी दिल्ली समेत देश के ज्यादातर हिस्सों में भीषण गर्मी और लू का कहर जारी है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में शनिवार से तेज लू और गर्मी के कारण कम से कम 145 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही देश भर में अब तक लू की चपेट में आकर 400 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
सोनभद्र में 38 वर्षों से लंबित कनहर सिंचाई परियोजना को लेकर डूब क्षेत्र के ग्रामीणों और जिला प्रशासन में खूनी संघर्ष। प्रशासन ने की परियोजना स्थल की नाकाबंदी। धरनारत ग्रामीणों पर हुई गोलीबारी की जांच करने पहुंचे स्वतंत्र जांच दल को परियोजना निर्माण समर्थकों ने दो घंटे तक बनाया बंधक।
डेविड वाॅर्नर की आतिशी पारी से अर्द्धशतक (58) और गेंदबाज बोल्ट के तीन महत्वपूर्ण विकेट झटकने की बदौलत आज सनराइजर्स हैदराबाद ने किंग्स इलेवन पंजाब को 20 रनों से शिकस्त दी।
नेपाल में भूकंप के लगातार घटके कहर बरपा रहे हैं। अब तक चार हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार और सोमवार को आए भूकंप के ताजा झटकों के बाद बारिश, बर्फबारी और भू-स्खलन ने राहत और बचाव कार्यों में रूकावट पैदा कर दी है। सरकार व्यवस्थाएं पूरी तरह ध्वस्त हैं। लोग खाने-पीने और इलाज के लिए तरस रहे हैं। दहशत के साये में लाखों लोग सड़कों और खुली जगहों पर रात बिताने को मजबूर हैं। चारों तरह मातम और मलबा बिखरा है। भूकंप ने पूरे नेपाल को हिलाकर रख दिया है। लोग मदद के लिए तरस रहे हैं।
गर्मी के मौसम में दही और छाछ का सेवन करना बहुत ही लाभदायक होता है, हम आपसे खीरे के प्रयोग से मसाला छाछ, खीरे की नमकीन छाछ बनाने की विधि बताएंगे जो एक बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक ड्रिंक है। दो लोगों के लिए।
इम्तिहान खत्म और गर्मियों की छुट्टियों का मौसम शुरू। घूमने और अपने भीतर के सैलानी को बाहर निकालने का बहुप्रतीक्षित समय। लेकिन इस बार अपनी उसी पुरानी लिस्ट को किनारे रखें- शिमला, कुल्लू-मनाली,देहरादून-मसूरी, दार्जीलिंग, श्रीनगर, ऊटी, नैनीताल से आगे के विकल्प सोचें। ये सारी जगहें खूबसूरत हैं लेकिन सैलानियों की भीड़ से भरी हैं। यहां के बाजारों में रैला ज्यादा होता है और सुकून कम।इसलिए ऐसी जगहें चुनें जो खूबसूरत तो हों लेकिन जहां टूरिस्टों की मारा-मारी कम हो। जहां सुकून हो और वो पसंद व जेब के अनुकूल भी हों। ऐसी ही कुछ जगहों के बारे में-