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Search Result : "गाय संरक्षण"

दलित विरोधी हिंसा पर चुप्पी को लेकर माकपा ने मोदी पर साधा निशाना

दलित विरोधी हिंसा पर चुप्पी को लेकर माकपा ने मोदी पर साधा निशाना

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने दलितों पर हमले की हालिया घटनाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी को लेकर उन पर निशाना साधा है। माकपा महासचिव सीतीराम येचुरी ने कहा कि मोदी की चुप्पी उनकी ओर से हमलावरों को एक तरह से संरक्षण देना है।
असहिष्णुता पर अमेरिका ने फिर मोदी सरकार को दी नसीहत

असहिष्णुता पर अमेरिका ने फिर मोदी सरकार को दी नसीहत

अमेरिका ने भारत में बढ़ती असहिष्णुता और हिंसा पर चिंता जताते हुए भारत सरकार से कहा है कि नागरिकों की सुरक्षा और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए वह हर संभव प्रयास करे।
गुजरात में दलित पिटाई का मामला : सीआईडी ने कहा, गाय को शेरों ने मारा

गुजरात में दलित पिटाई का मामला : सीआईडी ने कहा, गाय को शेरों ने मारा

गुजरात पुलिस ने कहा है कि राज्य के उना कस्बे में जिस गाय की खाल उतारने को लेकर कथित गोरक्षकों द्वारा दलितों की बर्बर पिटाई की गई थी, उसे शेरों ने मारा था। दलितों की पिटाई की इस घटना की चौतरफा निंदा हुई है। उना तालुक के मोटा समधियाला गांव के निकट दलितों की निर्मम ढंग से पिटाई के मामले की जांच कर रहे सीआईडी-अपराध विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से उनको पता चला है कि गाय को 10 और 11 जुलाई की दरम्यानी रात में शेरों ने मारा था।
क्या भारत में बाघों की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई !

क्या भारत में बाघों की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई !

भारत में कितने बाघ हैं। सरकार के सबसे हालिया आकलन के अनुसार यह संख्या 2,226 है। वैज्ञानिक आधार पर की गई गणनाओं का आकलन है कि यह संख्या लगभग 1500 से 3000 के बीच रह सकती है। इतना अधिक अंतर नामी परियोजना प्रोजेक्ट टाइगर को सफल या विफल बनाने में एक बड़ी वजह बन सकता है। इसलिए ये आकलन नीति निर्धारण के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हैं।
'पीएम मोदी के गुजरात में देशी गाय ही गौ माता, इसका दूध ही सर्वोत्‍तम'

'पीएम मोदी के गुजरात में देशी गाय ही गौ माता, इसका दूध ही सर्वोत्‍तम'

देश में अब सभी गायों को माता होने का हक नहीं, यह हक सिर्फ भारत की देशी गाय को ही है। गुजरात के अहमदाबाद में रथयात्रा समारोह के दौरान लगेे एक पोस्‍टर में यह कहा गया है। पोस्‍टर के अनुसार देशी गाय को ही माता कहा जाएगा और उसके उत्‍पाद को प‍वित्र माना जाएगा।
गाय के चमड़े की कमी : क्रिकेट की गेंद के दाम 400 से बढ़कर हुए 800 रुपए

गाय के चमड़े की कमी : क्रिकेट की गेंद के दाम 400 से बढ़कर हुए 800 रुपए

बीफ यानी गाय के मांंस पर प्रतिबंध और चमड़े के परिवहन में आ रही दिक्‍कत के बाद क्रिकेट की गेंद के दामों में दोगुनी बढ़ोतरी हो गई है। जो गेंद एक साल पहले 400 रुपए की मिलती थी वहीं अब 800 रुपए की मिल रही है। उत्‍तर प्रदेश के कई इलाकों में बीफ पर बैन है। इसके अलावा गाय के चमड़ेे का परिवहन करने में अब ट्रांसपोर्टर रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इस वजह से गाय के चमड़े की किल्लत हो गई है। गाय के चमड़े से क्रिकेट की लाल गेंद बनाई जाती है। एक गाय के चमड़े से करीब तीन दर्जन गेंद तैयार की जा सकती हैं।
हरियाणाः  गौ रक्षा के लिए 24 घंटे की हेल्पलाइन सेवा शुरू

हरियाणाः गौ रक्षा के लिए 24 घंटे की हेल्पलाइन सेवा शुरू

गाय की सुरक्षा के लिए हरियाणा में कड़े कानून बनाने के बाद अब 24 घंटे की हेल्पलाइन शुरू की गई है। मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक हरियाणा पुलिस ने रविवार को इस हेल्पलाइन नंबर 8284030455 को लॉन्च किया। पुलिस के मुताबिक गाय, बछड़े या बैल की तस्करी या बूचड़खाना से जुड़ी किसी घटना के बारे में इस नंबर पर रिपोर्ट की जा सकती है।
मथुरा : 30 मृत गायों को लेकर जा रहे ट्रक में लगाई आग

मथुरा : 30 मृत गायों को लेकर जा रहे ट्रक में लगाई आग

मथुरा के चौमुहान इलाके के बाशिंदों ने 30 मृत गायों को लेकर जा रहे एक ट्रक को आग के हवाले कर दिया और राष्‍ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 की नाकेबंदी कर दी।
मदर डेयरी गाय का दूध बेचेगी, वर्ष में पांच लाख लीटर प्रतिदिन की बिक्री का लक्ष्य

मदर डेयरी गाय का दूध बेचेगी, वर्ष में पांच लाख लीटर प्रतिदिन की बिक्री का लक्ष्य

मदर डेयरी ने मंगलवार को कहा कि उसने गाय दूध के खंड में प्रवेश किया है और वह अगले एक वर्ष में पांच लाख लीटर प्रतिदिन का कारोबार हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
चर्चाः नदियों के संगम के लिए मंत्री का अनशन। आलोक मेहता

चर्चाः नदियों के संगम के लिए मंत्री का अनशन। आलोक मेहता

लोकतंत्र की यही ताकत है। केवल विरोधी अथवा गैर सरकारी संगठन नहीं केंद्र सरकार की वरिष्ठ मंत्री सुश्री उमा भारती ने बुंदेलखंड की प्यासी जमीन और लाखों लोगों को राहत देने के लिए केन-बेतवा नदियों को जोड़ने के प्रस्ताव पर मंजूरी नहीं मिलने की स्थिति में अनशन सहित आंदोलन की घोषणा कर दी है। उमाजी स्वयं जल संसाधन नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री हैं। नदी जोड़ परियोजना उनके मंत्रालय के तहत है। वह स्वयं बुंदेलखंड की चुनी हुई जन प्रतिनिधि हैं।
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