ओसामा बिन लादेन अपनी मौत से कुछ महीने पहले इस्लामिक स्टेट की हिंसक गतिविधियों और अलकायदा का प्रभाव कमजोर पड़ने को लेकर चिंतित था। सीआईए की ओर से आज जारी दस्तावेजों में यह बात कही गई है।
भारत-पाक संबंधों में जारी तल्खी के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भारत अकेले पाकिस्तान के साथ शांति के पथ पर आगे नहीं बढ़ सकता है और पड़ोसी देश अगर द्विपक्षीय वार्ता शुरू करना चाहता है तब उसे आतंकवाद से अलग होना होगा।
भारत और विश्व के सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया ने सोमवार को रक्षा और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्रों में अपने रणनीतिक संबंधों को बढ़ाने का फैसला किया वहीं आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लेते हुए इसके प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति का आहवान किया।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ में कहा कि पाकिस्तान धर्म के नाम पर भारत को बांटने की साजिश कर रहा है, लेकिन वो कामयाब नहीं होगा। बल्कि उसके ही दस टुकड़े हो जाएंगे।
देश साइबर सुरक्षा से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है। आतंकवाद अब पूरी विश्व की समस्या हो गई है, आतंकवादी भी नए तकनीक इस्तेमाल कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत इन सबसे से निपटने में सक्षम है। लेकिन हमें सर्तक और सुरक्षित रहने की जरूरत है। सुरक्षा के लिए जरूरी है कि आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल हो।
साफ तौर पर पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए 40 देशों के एक सम्मेलन ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी ठिकानों को खत्म करने की वकालत की। हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व समुदाय को संदेश दिया कि चुप्पी और कोई कार्रवाई नहीं करने से आतंकवादियों और उनके आकाओं का मनोबल बढ़ेगा।
पाकिस्तान पर तीखा हमला करते हुए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने उस पर तालिबान सहित आतंकी नेटवर्क का गुपचुप तरीके से समर्थन कर उनके देश के खिलाफ अघोषित युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया और अपनी 50 करोड़ रुपये की मदद को अपनी सरजमीं पर आतंकवाद को रोकने में इस्तेमाल करने को कहा।
देश के पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि हाल में नगरोटा में हुआ हमला 2008 के मुंबई आतंकी हमले जितना ही शर्मनाक है और उन्होंने इस मान्यता को खारिज कर दिया कि लक्षित हमलों से सीमापार से जारी आतंकवाद खत्म हो सकता है।
चीन, रूस, ईरान और पाकिस्तान समेत 14 देशों के वरिष्ठ अधिकारी और 17 सहयोगी देशों के प्रतिनिधि अफगानिस्तान के जटिल सुरक्षा परिदृश्य और आतंकवाद, कट्टरता और उग्रवाद के खतरे से निपटने के मुद्दे समेत कई व्यापक विषयों पर विचार-विमर्श के लिए भारत के पंजाब प्रांत के धार्मिक शहर अमृतसर में हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं।
देश में सुरक्षा को लेकर आम लोगों की चिंताएं बढ़ती जा रही है। चाहे वह साइबर सुरक्षा हो या फिर आतंकवाद या अन्य किसी प्रकार का मसला हो। आगामी 2020 तक भारत होमलैंड सिक्योरिटी के क्षेत्र में बड़ा बाजार बनेगा। एसोचैम की रिपोर्ट के मुताबिक भारत, ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस के साथ बड़े खिलाड़ी के रूप में उभरेगा।