कांग्रेस ने मंगलवार को केंद्र की मोदी सरकार से चुनावी बॉन्ड योजना में पारदर्शिता लाने की बात कही। पार्टी ने आरोप लगाया कि चुनावी बॉन्ड पूरी तरह से अपारदर्शी व्यवस्था है।
चुनावी वादे करना बड़ा आसान है लेकिन उन्हें पूरा करना बहुत कठिन। भारतीय जनता पार्टी की सरकार से अब चमत्कार की उम्मीद की जा रही है। ऐसा खुद झारखंड में उनकी सरकार के मंत्री कह रहे हैं।
शिवसेना ने चुनाव के दौरान किए गए वादों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव के समय जो वादे किए वो महज 'लॉलीपॉप' साबित हुए हैं। चुनान के दौरान भाजपा ने लोगों से जो वादे किए उनमें किसान कर्ज माफी और नई नौकरियां जैसे वादे शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के चुनावी वादे के अनुरूप राज्य सरकार ने सूबे में 25 नए मेडिकल कॉलेज तथा छह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों (एम्स) की स्थापना की दिशा में काम शुरू कर दिया है।