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अमेरिका में भाषण के दौरान राहुल से हुई चूक, सोशल मीडिया पर खिंचाई

अमेरिका में भाषण के दौरान राहुल से हुई चूक, सोशल मीडिया पर खिंचाई

अमेरिका में भाषण के दौरान किए गए सवाल-जवाब के समय राहुल गांधी ने एक गलती कर दी, जिसका सोशल मीडिया पर काफी मजाक उड़ रहा है। इस दौरान राहुल ने लोकसभा में सांसदों की संख्या को 546 बता दिया, जबकि लोकसभा में 545 सदस्‍य होते हैं।
जरा सा निशाना चूक गई बाबूमोशाय की बंदूक

जरा सा निशाना चूक गई बाबूमोशाय की बंदूक

बाबूमोशाय बंदूकबाज फिल्म के शीर्षक से यह तो पता चल रहा है कि यह बंदूक की कहानी है। बंदूक होगी तो गोलियां भी होंगी, गोलियां होंगी तो गालियां खुद ब खुद चली आएंगी और खून...वह तो फैलेगा ही।
स्मृति ईरानी ने पकड़ी पीटीआई की चूक, फोटोग्राफर की सेवाएं समाप्त

स्मृति ईरानी ने पकड़ी पीटीआई की चूक, फोटोग्राफर की सेवाएं समाप्त

हाल ही में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का कार्यभार संभालने वाली स्मृति ईरानी ने आज देश की प्रमुख समाचार एजेंसी पीटीआई की बड़ी चूक की ओर ध्यान दिलाया। पीटीआई ने चेन्नई बाढ़ की तस्वीरों को अहमदाबाद का बताकर जारी कर दिया था।
यूपी विधानसभा: सुरक्षा चूक पर कांग्रेस का तंज, कहा- 'देश बदल रहा है'

यूपी विधानसभा: सुरक्षा चूक पर कांग्रेस का तंज, कहा- 'देश बदल रहा है'

उत्तर प्रदेश विधानसभा में बड़ी सुरक्षा चूक सामने आई है। गुरुवार को चेकिंग के दौरान डॉग स्कवॉयड को खतरनाक विस्फोटक मिला।
अमरनाथ हमले पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, कहा- खुफिया जानकारी के बाद भी कैसे हुई चूक?

अमरनाथ हमले पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, कहा- खुफिया जानकारी के बाद भी कैसे हुई चूक?

अमरनाथ यात्रा से लौट रहे लोगों पर हुए आतंकी हमले से अब सियासत भी गर्म हो गई है। इसे लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने केन्द्र सरकार पर हमला बोल दिया है।
मध्य प्रदेश में कैसे बेकाबू हुआ किसान आंदोलन, कहां हुई चूक

मध्य प्रदेश में कैसे बेकाबू हुआ किसान आंदोलन, कहां हुई चूक

एक जून को दो राज्यों में एक साथ किसान आंदोलन के लिए सड़कों पर उतर आए। दोनों ही राज्यों में किसान ने शहरों में जाने वाले दूध और सब्जी समेत अन्य उत्पाद भी रोक दिया या फिर फल सड़कों पर फेंक दिए और दूध सड़कों पर बहा दिया। मध्य प्रदेश के मलावा और निमाड़ में आंदोलन उग्र होता चला गया। पुलिस पर पत्थर फेंके और वाहन जला डालना जैसी घटनायें आम होती चली गयी।
भारी पड़ा नक्सल‌वाद को कमजोर समझना, आख‌िर कहां हुई चूक?

भारी पड़ा नक्सल‌वाद को कमजोर समझना, आख‌िर कहां हुई चूक?

छत्‍तीसगढ़ में नक्‍सलियों ने एक बाद फिर 26 सीआरपीएफ जवानों की हत्‍या कर दी है। पिछले पंद्रह सालों से भाजपा शासित इस राज्‍य में सैंकड़ों हमले हुए हैं। मुख्‍यमंत्री रमन सिंह हमेशा नक्‍सल समस्‍या को खतम कर लेने का दावा करते हैं लेकिन हर बार यहां जवानों को जान गंवानी पड़ती हैं।
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