प्रतिरोध का सिनेमा अभियान 12 साल का हो गया है। हर साल कुछ चुनिंदा फिल्में, फिल्मकार और बुद्धिजीवी जुटते हैं और सिनेमा की भाषा में वह कहते हैं जो आम आदमी भी कहना चाहता है।
गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के कक्षा दो के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि फरीदाबाद से एक और दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। फरीदाबाद के एक सरकारी स्कूल के छात्र के साथ दुष्कर्म करने के बाद हत्या का मामला सामने आया है।
इस बीच रामचंद्र गुहा ने ट्वीट कर वर्तमान मोदी सरकार पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधते हुए लिखा, 'अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि किसी पुस्तक या लेख का जवाब दूसरी पुस्तक या लेख ही हो सकते हैं। लेकिन हम अब वाजपेयी के भारत में नहीं रह रहे।'
जेएनयू में वामपंथ को न मानने वालों के बीच एक ज़ुमला खासा मशहूर है कि देश भर के लेफ्टिस्टों को एक पिंजरे में बंद करने के लिए इंदिरा गाँधी ने जेएनयू बनाया। जेएनयू ही वो जगह है जहाँ (1969 से 2016 तक एक उदाहरण को छोड़कर जब 2001 में एबीवीपी के संदीप महापात्र कुछ वोटों से जीत गए थे) चुनाव दर चुनाव वामपंथ अपना किला सलामत रख सका है।
आरएसएस के प्रवक्ता का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब इस तरह का कदम उठाया गया है। इससे पहले भी (पश्चिम बंगाल) सरकार ऐसा कर चुकी है। वे इस कदम की निंदा करते हैं।