आगामी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह पर लाल किले की प्राचीर से दिए जाने वाले अपने भाषण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से सुझाव मांगे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री अपनी पार्टी के सांसदों की समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं। भाजपा नेताओं को इस तरह नजरअंदाज किए जाने के बाद आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आम जनता को अपनी समस्याओं के निवारण के लिए कितनी जेहमत करनी पड़ती होगी। मंत्रियों की ऐसी मनमानी की शिकायत पीएम मोदी के पास पहुंची तो उन्होंने तुरंत मंत्रियों को नसीहत दी है कि वो पार्टी सांसदों से बाकायदा डिनर पर मिले और उनकी समस्याओं का निपटारा करें।
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद से हटने की पेशकश की है। उन्होंने यह कहते हुए पद छोड़ने की मंशा जताई कि दो महीने के बाद वह 75 वर्ष की हो जाएंगी और ऐसे में पार्टी की नीतियों के तहत वह अपना पद छोड़ देंगी। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर यह घोषणा की है।
बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने नए सियासी समीकरणों का संकेत देते हुए मंगलवार को उत्तर प्रदेश में कहा कि देश में दलितों को उनका हक दिलाने के लिए अभी बहुत लड़ाई बाकी है और यदि मौका मिला तो वह बीएस-4 के साथ मिलकर इस लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी के नेता दयाशंकर सिंह ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती के बारे में जैसे ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया वैसे ही लखनऊ समेत पूरे देश की दलित राजनीति में उबाल आ गया। देश भर में बहुजन समाजवादी पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं का सड़कों पर हुजूम बताता है कि भाजपा दलित मुद्दे पर चारों ओर से घिर गई है। गुजरात में गाय वाले मसले पर पहले से ही दलित आंदोलन जारी था कि दयाशंकर की इस टिप्पणी ने जलती आग में घी डाल दिया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गुजरात के ऊना में पीड़ितों से मुलाकात की। हालांकि भाजपा ने दयाशंकर को सभी पदों से हटा दिया है और उसे छह वर्ष के लिए पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है। देखा जाए तो दलितों की पिटाई का मामला हो या नेताओं द्वारा दलित महिलाओं को अपशब्द बोलने का, यह देश में कोई नई बात नहीं है।
मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के लिए खतरे की घंटी बजना शुरू हो गई है। हाल ही में हुए नगरपालिका चुनावों में भाजपा ने फिर मुंह की खाई है। राज्यसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाली कांग्रेस ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा है। मध्यप्रदेश में हुए तीन नगर पालिका चुनावों के परिणाम कांग्रेस के पक्ष में गए हैं। तीनों ही जगहों पर बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। तीनों विजेताओं के जीत का अंतर ज्यादा है। भोपाल में हिंदू उत्सव समिति के चुनाव में भी भाजपा समर्थित उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा है।
जनता दल यूनाइटेड उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रही है। जदयू का प्रदेश में भले ही जनाधार कम हो लेकिन प्रदेश में पार्टी की सक्रियता बढ़ गई है। जदयू किसके साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेगी यह तो अभी तय नहीं है लेकिन चुनावी सरगर्मी बढ़ी हुई है। जदयू के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद शरद यादव से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर विस्तार से बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश-
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच जोर-आजमाइश तेज हो गई है। नाबाम तुकी द्वारा मुख्यमंत्री पद का शपथ लेने के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने भाजपा के खेमे में चले गए विधायकों से संपर्क कर उन्हें वापस बुलाने का प्रयास शुरू कर दिया है। दूसरी ओर, भाजपा के समर्थन से फरवरी में मुख्यमंत्री बनाए गए कांग्रेस के बागी कलिखों पुल ने गुवाहाटी में 30 विधायकों के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर दावा किया, `संख्या बल मेरे ही साथ है। कानूनन, मैं ही अरुणाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं।'
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घाटी को हिंसा और खून-खराबे के दौर से बाहर निकालने के लिए आज जनता से सहयोग मांगा। महबूबा ने कहा कि घाटी में हुई मौतों के कारण उनका दय दुख और संताप से भर गया है।