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Search Result : "जयललिता ने शपथ ली"

सईद ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली

सईद ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली

मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में नई सरकार बनी जिसके साथ ही राज्य में 49 दिनों से चला आ रहा राज्यपाल शासन खत्म हो गया। राज्यपाल एन एन वोहरा ने जम्मू में 79 वर्षीय सईद को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। उपमुख्यमंत्री के तौर पर भारतीय जनता पार्टी के निर्मल सिंह ने शपथ ली।
नई चुनौतियों के साथ नीतीश ने ली शपथ

नई चुनौतियों के साथ नीतीश ने ली शपथ

नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली इसके साथ ही उनके सामने कई चुनौतियां भी हैं। इस साल राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं और अपनी पार्टी जदयू और सहयोगी दलों राजद, कांग्रेस और भाकपा का नेतृत्व करना है। ऐसे में उन्हें सभी के साथ समन्वय बनाकर काम करना होगा।
रामलीला मैदान में केजरीवाल कैबिनेट की शपथ

रामलीला मैदान में केजरीवाल कैबिनेट की शपथ

अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। उनके साथ छह और मंत्रियों ने शपथ ली। लेकिन हैरानी की बात यह है कि उनकी कैबिनेट में आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली एक भी महिला मंत्री नहीं है।
शपथ ग्रहण समारोह में मोदी को बुलाएंगे केजरीवाल

शपथ ग्रहण समारोह में मोदी को बुलाएंगे केजरीवाल

दिल्ली विधानसभा चुनावों में विरोधी दलों को हाशिये पर डाल चुकी आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली के मनोनीत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और उन्हें 14 फरवरी को रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह में आने के लिए आमंत्रित करेंगे।
क्या केजरी की शपथ में जाने का साहस करेंगे मोदी

क्या केजरी की शपथ में जाने का साहस करेंगे मोदी

दिल्ली के प्रतीक्षारत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह घोषणा क्या की कि वह कल 12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर उन्हें 14 फरवरी को अपने शपथग्रहण समारोह में रामलीला मैदान आने को निमंत्रित करेंगे, अब सब निगाहें इसपर लगी हैं कि मोदी इसके लिए राजी होते हैं या नहीं।
शपथ से पहले केजरी का दांव

शपथ से पहले केजरी का दांव

दिल्ली विधानसभा चुनाव मेें बंपर बहुमत हासिल कर चुके अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करने से पहले केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने दिल्ली की अनाधिकृत बस्तियों को नियमित करने पर विचार विमर्श किया। अनाधिकृत बस्तियों का सवाल केजरीवाल के चुनाव अभियान का एक मुख्य मुद्दा था।
सियासी चौराहे पर अकेले ही ठिठके

सियासी चौराहे पर अकेले ही ठिठके

क्या कारण है कि जिस आडवाणी ने पहली बार जनसंघ का अध्यक्ष बनने पर 1973 में एक झटके में बलराज मधोक जैसी मजबूत शख्सियत को पार्टी से जड़ से उखाड़ फेंका, 1974 में जयप्रकाश आंदोलन के उड़ते तीर को पार्टी के लिए पकड़ बाद की इमरजेंसी के प्लावन मं सांप्रदायिकता की अस्पृश्यता धोने में गजब की फुर्ती दिखाई, संघ परिवार के संगठनों द्वारा आजादी के वक्त से ईंट-बैठाकर सुलगाए जा रहे बाबरी-मस्जिद रामजन्म भूमि के मसले को गरमाने के अवसरवादी क्षण को 1990 में विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार के संकट में अचूक पहचाना, 1996 में भाजपा की सत्ता के लिए अन्य दलों के साथ जरूरी गठजोड़ बनाने के वास्ते खुद पीछे हटकर वाजपेयी को आगे करने की उस्तादी दिखाई, आज वही अपने नेतृत्व में न सहयोगी गठबंधन को उत्साहित कर पाए न अपनी पार्टी की दूसरी प्रांत के नेताओं को?
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