उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जीवन से सबक लेना चाहिए। चरण्ा सिंह ने न केवल किसान और गरीब की बात की बल्कि पूरा जीवन भी सादगी भरा रहा। अंसारी ने चरण सिंह के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘ चरण सिंह और कांग्रेस राजनीति जीवन’ के विमोचन के अवसर पर यह बात कही।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर कोई कितना भी आरोप लगाए कि उसके हाथ में मौजूदा सरकार का रिमोट कंट्रोल है, लेकिन संघ प्रमुख को इसकी चिंता से ज्यादा चिंता है कि हिंदूत्व के मूल पर एक मजबूत देश का निर्माण हो और सुदृढ़ भारत के साथ एक ऐसा सही नेता का निर्माण हो जो हिंदुत्व के जीवन दर्शन से युक्त हो।
हाल ही में अपनी बेटी की भव्य शादी को लेकर चर्चा में रहे खनन कारोबारी जी जनार्दन रेड्डी मंगलवार को आयकर विभाग की जांच के घेरेे में आ गए। विभाग ने उनसे शादी के खर्च के बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा और उनकी कंपनियों के कार्यालयों की छानबीन की। अधिकारियों ने बताया कि आयकर विभाग ने रेड्डी को उनकी बेटी की शादी के खर्च के संदर्भ में ब्यौरा मांगते हुए एक प्रशनावली दी और कहा कि वह 25 नवंबर तक जवाब दें।
देश में शहर की मध्यमवर्ग की महिलाओं को शहरी गरीब और ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के मुकाबले हार्ट की बीमारी होने की अधिक संभावना है। एक अध्ययन से यह निष्कर्ष सामने आया है। अध्ययन ने साफ संकेत दे दिए हैं कि शहरीकरण हार्ट की बीमारी की एक मुख्य वजह हो सकता है।
साहित्य अकादेमी, दिल्ली के प्रवासी मंच कार्यक्रम में अरुणा सब्बरवाल ने अपनी कहानी उडारी का पाठ किया। चर्चा में वक्ताओं की आम राय थी कि यह औरतों के जीवन में आए खुलेपन की कहानी है। ज्यादातर पसंद आई कहानी पर यह भी कहा गया कि लंदन में विवाहेतर और अकेली महिलाओं के संबंधों को जो पारिवारिक-सामाजिक मान्यता है, वह दिन भारत के लिए अभी दूर है।
नेहरू-गांधी परिवार के शासनकाल के दौरान मौलाना आजाद को भारत रत्न नहीं दिए जाने पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि प्रथम प्रधानमंत्री की जिन नेताओं ने आलोचना की उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया गया।
हाल ही में हैदराबाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल की बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए। इन प्रस्तावों में दक्षिण भारत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और इससे जुड़े संगठनों के लोगों के प्रति हिंसा के साथ सामाजिक समरसता पर भी बात हुई।
अस्पताल इमरजेंसी वार्ड (आई.सी.यू.) में व्यक्ति उस समय भर्ती किया जाता है, जब उसकी जान को गंभीर खतरा हो। भारत में सामान्यतः डॉक्टर और जज को लोग भगवान का रूप देवता ही मानते रहे हैं।