जेएनयूएसयू के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को मिली अंतरिम जमानत को रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान आप सरकार और दिल्ली पुलिस के बीच दिल्ली राज्य के प्रतिनिधित्व को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय में झड़प हो गई।
राज्यसभा में आज विपक्षी दलों ने जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार की जान लेने पर 11 लाख रूपये और उनकी जीभ काटने पर पांच लाख रूपये का इनाम दिए जाने के कथित ऐलानों का जिक्र करते हुए उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की गई है। हालांकि सरकार ने कहा कि कन्हैया को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद कन्हैया को हाल ही में जमानत पर रिहा किया गया है।
शिवसेना ने जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार को मुफ्त प्रसिद्धि दिलाने के लिए भाजपा पर आज परोक्ष हमला करते हुए पूछा कि कन्हैया को इतने कम समय में जमानत कैसे मिल गई जबकि देशद्रोह के अन्य आरोपी अब भी जेल की सलाखों के पीछे हैं।
दिल्ली पुलिस ने राजद्रोह के मामले में दक्षिण दिल्ली के एक थाने में जेएनयूएसयू के अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य से पहली बार एक साथ पूछताछ की है।
देशद्रोह के आरोप का सामना कर रहे जेएनयूएसयू नेता कन्हैया कुमार ने आज कहा कि वह भारतीय है और उसे न्यायपालिका एवं संविधान पर पूरा विश्वास है, उसके इस बयान पर पुलिस ने कहा कि वह उसकी जमानत का विरोध नहीं करेगी।