जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने एक बार फिर जेएनयू प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाई है। कन्हैया ने विश्वविद्यालय के वीसी के उस बयान का विरोध किया है जिसमें उन्होंने कैंपस में जारी भूख हड़ताल को गैरकानूनी कहा था।
पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को दो लोगों ने काला झंडा दिखाने का प्रयास किया। काला झंडा दिखाने वाले दोनों छात्र ही हैं जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हालांकि पुलिस को सौंपने से पहले कन्हैया के समर्थकों ने दोनों छात्रों की जमकर पिटाई भी की।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में 9 फरवरी को घटी विवादास्पद घटना के संबंध में विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए दंड के विरोध में 25 छात्र अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं।
जेएनयू में कथित देशविरोधी नारेबाजी के बाद देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार हुए छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार अपनी जीवन यात्रा पर अब एक किताब लिखेंगे। इस किताब में कन्हैया बिहार के एक गांव से शुरु होकर देशद्रोह के आरोप में दिल्ली के तिहाड़ जेल जाने तक के अपने जीवन के सफर पर रौशनी डालेंगे।
जेएनयू प्रशासन ने 9 फरवरी को विश्वविद्यालय परिसर में हुए एक विवादास्पद कार्यक्रम के मामले में कार्रवाई करते हुए उमर खालिद और दो अन्य छात्रों को अलग-अलग अवधि के लिए निष्कासित कर दिया और कन्हैया कुमार पर 10,000 रूपये का जुर्माना लगाया है।
जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर एक बार फिर हमला हुआ है। छात्र संघ अध्यक्ष ने दावा किया कि पुणे से मुंबई जा रहे विमान में एक सहयात्री ने उनपर जानलेवा हमला किया। इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है।
कश्मीरी गेट आईएसबीटी और जेएनयू परिसर के बीच चलने वाली बस में एक देसी पिस्तौल और सिर कलम करने की धमकी वाला पत्र मिलने के बाद पुलिस ने जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद की सुरक्षा बढ़ा दी है।
कश्मीरी गेट आईएसबीटी और जेएनयू परिसर के बीच चलने वाली बस में एक देसी पिस्तौल और जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ लिखा धमकी भरा पत्र बरामद हुआ है। माना जा रहा है कि यह पत्र उसी व्यक्ति ने लिखा है, जिसने छात्र नेता को फेसबुक पर धमकी दी थी। इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस कन्हैया की सुरक्षा बढ़ाने पर विचार कर रही है।
पिछले दिनों जेएनयू में आयोजित एक विवादित कार्यक्रम और उसमें कथित तौर पर संसद हमले के दोषी अफजल गुरु के समर्थन में की गई नारेबाजी के मामले में कुछ छात्रों को सजा देने के मुद्दे पर जेएनयू ने कानूनी राय मांगी है। कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी नारे भी लगाए गए थे।