लेफ्ट का गढ़ माने जाने वाले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रसंघ चुनाव में वामपंथी छात्र संगठनों का दबदबा कायम है। सेंट्रल पैनल की चारों सीटों पर वाम गठबंधन की जीत हुई। एबीवीपी दूसरे स्थान पर रही है जबकि बापसा जेएनयू में बड़ी ताकत बनकर उभरा।
यह हमला जिस जगह हुआ है, वहां से करीब 500 गज की दूरी पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह रविवार को बैठक करने वाले हैं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह जम्मू कश्मीर की चार दिनों की यात्रा पर आज श्रीनगर पहुंचे हैं।
जेएनयू में वामपंथ को न मानने वालों के बीच एक ज़ुमला खासा मशहूर है कि देश भर के लेफ्टिस्टों को एक पिंजरे में बंद करने के लिए इंदिरा गाँधी ने जेएनयू बनाया। जेएनयू ही वो जगह है जहाँ (1969 से 2016 तक एक उदाहरण को छोड़कर जब 2001 में एबीवीपी के संदीप महापात्र कुछ वोटों से जीत गए थे) चुनाव दर चुनाव वामपंथ अपना किला सलामत रख सका है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सुरक्षा प्रबंधक सीन कैरोल ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि ऑस्ट्रेलिया टीम की बस पर कुछ लोगों ने पत्थर से हमला किया। इस हमले में बस की खिड़की का शीशा भी चकनाचूर हो गया।