पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में एक अदालत के बाहर आतंकियों द्वारा किए गए आत्मघाती विस्फोट और गोलीबारी में सात लोगों की मौत हो गई जबकि 14 लोग घायल हो गए।
अमेरिका ने पाकिस्तान की सूफी दरगाह पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा है कि वह आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करता रहेगा। इस हमले में सौ लोगों की मौत हो गई।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज फतेहपुर और रायबरेली की दो चुनावी रैलियों में पूरी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधे रखा। खास बात यह रही कि रायबरेली की रैली में उनके साथ प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं हालांकि उन्होंने भीड़ को संबोधित नहीं किया।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सहवान कस्बे में स्थित लाल शाहबाज कलंदर दरगाह के भीतर आज रात हुए आत्मघती विस्फोट में करीब सौ लोगों की मौत हो गई और दो सौ से अधिक लोग घायल हो गए। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आतंकी संगठन आईएसआई ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा के साथ भी मिलीभगत का आरोप लगाते हुए आज कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कुर्सी के मोह में अपने पिता मुलायम सिंह यादव की हत्या की कोशिश करने वाली कांग्रेस से गठबंधन कर शर्मनाक हरकत की है।
चीन के पश्चिमी शिनजियांग क्षेत्र में तीन संदिग्ध उईगुर आतंकवादियों ने पांच लोगों की चाकू घोंपकर हत्या कर दी और बाद में पुलिस ने इन हमलावरों को मार गिराया।
राज्यसभा में मनमोहन सिंह और कांग्रेस पर पीएम मोदी के रेनकोट वाले बयान को लेकर कांग्रेस भड़क गई है। बुधवार को संसद से वाकआउट के बाद राज्यसभा में गुरुवार को भी कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाया और पीएम मोदी से माफी मांगने की मांग की। इस मामले को लेकर सदन में खूब हंगामा हुआ। हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में बुधवार को कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने नोटबंदी के 90 दिन होने के बाद भी बैंकों से नगद राशि निकाले जाने पर सीमा निर्धारण को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि 50 दिनों में लोगों की परेशानी खत्म होने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आश्वासन के बावजूद उनकी पीड़ा कम नहीं हुई है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज अभूतपूर्व हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला। विपक्षी सदस्यों ने फर्नीचर को क्षतिग्रस्त कर दिया तथा माइकों को उखाड़ दिया। उनकी मांग थी कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को अनुच्छेद 370 पर अपनी टिप्पणियों पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। स्थिति के चलते अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।