मराठी मानुष की राजनीति करने वाली शिवसेना कल अपनी 50वीं वर्षगांठ मनाने जा रही है। वर्ष 1966 में बाल ठाकरे की सोच और बुलंद इरादों के साथ अस्तित्व में आई शिवसेना आज महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ी ताकत है।
अगले साल भारत में होने वाले विश्व ट्वेंटी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) के बीच मैचों के स्थानों की संख्या को लेकर मतभेद बना हुआ है।
उड़ान भरने को तैयार जेट एयरवेज के एक पायलट ने इस बारे में एयरपोर्ट अथॉरिटी को सूचित किया। अभी तक इस बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है और एयरपोर्ट पर मंडराते पैराशूट को लेकर रहस्य बना हुआ है।
सन 2013 में आईपीएल के छठे सीजन में कोलकाता के इडेन गार्डेन मैदान पर ही मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपरकिंग्स को 23 रन से हराकर पहली बार चैंपियनशिप जीतने का स्वाद चखा था। आईपीएल-8 के फाइनल में उसने एक बार फिर इसी मैदान पर चेन्नई को 44 रन से हराकर दूसरी बार यह खिताब अपने नाम कर लिया। मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा की तारीफ करनी होगी कि पूरे आईपीएल सीजन में ही नहीं, देश के सबसे सफल कप्तान के समक्ष भी उनकी रणनीति कामयाब रही। चेन्नई सुपरकिंग्स को 44 रन से हराने में अहम भागीदारी निभाने और तेजी से अर्धशतक बनाने के लिए कप्तान रोहित शर्मा को मैन आॅफ द मैच चुना गया।
मुंबई में आज जिस जगह अमिताभ बच्चन की शूटिंग चल रही थी, वहां से महज 20 फुट की दूरी पर गोलीबारी हुई। बाइक सवार हमलावरों ने सुरक्षा एजेंसी के मालिक और शिवसेना पदाधिकारी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
मुंबई में एक मुसलमान एमबीए युवक जीशान खान को हीरे का निर्यात करने वाली कंपनी हरि कृष्णा एक्सपोर्ट्स द्वारा मुस्लिम होने की वजह से नौकरी न दिए जाने पर हंगामा मचना स्वाभाविक है।
पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ओसामा बिन लादेन के ठिकाने से मिले अलकायदा के एक दस्तावेज में साल 2008 में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों द्वारा किए गए मुंबई हमले को जाबांज फिदाई बताया गया है।
आईपीएल-8 में एलिमिनेटर राउंड के पहले रोमांचक मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपरकिंग्स को 25 रन से हराकर फाइनल में जगह पक्की कर ली है। फाइनल मुकाबला 24 मई को कोलकाता में खेला जाएगा।
(एजेंसी) 38 साल बाद बिना न्याय पाए अरुणा शानबाग ने आखिरकार दुनिया को अलविदा कह दिया है। शानबाग हमारे देश में महिलाओं के प्रति गंभीर यौन अपराध, कुंठित सामाजिक व्यवस्था, ढीली न्याय व्यवस्था का जीता जागता सुबूत थी।