विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एक ताजा रिपोर्ट जारी कर बताया कि विश्वभर में 30 करोड़ से अधिक लोग ऐसे हैं जो अवसाद का शिकार हैं, जिसके कारण उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है जो अक्षमता का शिकार हो रहे हैं। सात अप्रैल को मनाए जाने वाले विश्व स्वास्थ्य दिवस से पहले डब्ल्यूएचओ ने यह रिपोर्ट जारी की है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि केन्द्र सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिये कि इलाज कराने में लोगों की जेब खाली ना हो जाए। डब्ल्यूएचओ यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के नेशनल प्रोफेशनल ऑफिसर डॉ चंद्रकांत लहरिया ने कहा, भारत में सरकार को ऐसा तंत्र विकसित करने की जररत है जिसमें यह सुनिश्चित हो कि स्वास्थ्य सेवाएं लेते समय लोग गरीब ना बन जाए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) को भरोसा है कि अगर सबकुछ सही रहा तो इबोला का 100 प्रतिशत प्रभावी टीका त्वरित अनुमोदन प्रक्रिया के तहत वर्ष 2018 में उपलब्ध हो सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि भारत को सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा में और अधिक निवेश करना चाहिए तथा अवसंरचना एवं मानव संसाधन समेत सभी पहलुओं पर गौर करते हुए त्वरित स्वास्थ्य आपूर्ति प्रणाली का निर्माण करना चाहिए। इसमें ग्रामीण इलाकों पर विशेष तौर पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने पंजाब में सरकार की निष्क्रियता और पराली जलाने के चलन को नरसंहार के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए आज कहा कि भयानक प्रदूषण स्तर दिल्लीवासियों के लिए वस्तुत: मौत की सजा है जिसकी वजह से उनके जीवन के तीन साल कम किए जा रहे हैं।