तमिलनाडु में सत्ता की लड़ाई में मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम को आज उस समय और ताकत मिली जब शशिकला का साथ छोड़कर अन्नाद्रमुक के एक विधायक और तीन सांसद उनके साथ हो गए जबकि अन्नाद्रमुक महासचिव वी.के. शशिकला ने परोक्ष चेतावनी दी कि उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण में हो रही देरी के खिलाफ कल प्रदर्शन होगा। इस बीच, पुलिस ने राजधानी चेन्नई में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।
सुप्रीम कोर्ट ने अन्नाद्रमुक प्रमुख वीके शशिकला को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से रोकने की मांग करने वाली जनहित याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया।
भारत के एकदम दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में सत्ताधारी पार्टी अन्नाद्रमुक में मचा घमासान गुरुवार को भी जारी रहा। राज्यपाल विद्यासागर राव आज मुंबई से चेन्नई पहुंचे और बारी-बारी से दोनों पक्षों यानी पनीरसेल्वम और शशिकला से मुलाकात की मगर अभी तक उन्होंने नई सरकार के गठन या पनीरसेल्वम को सदन में बहुमत साबित करने के लिए समय देने संबंधी कोई घोषणा नहीं की है। माना जा रहा है कि वे अब कानूनी विशेषज्ञों से सलाह लेने के बाद कोई फैसला करेंगे।
वी के शशिकला के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने बुधवार को कहा कि आवश्यकता पड़ने पर वह अपना इस्तीफा वापस ले लेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें मिलने वाला समर्थन राज्य विधानसभा में पता चल जाएगा।
तमिलनाडु में सियासी अनिश्चितता के बीच शशिकला ने बुधवार को मीटिंग के बाद 130 विधायकों को फाइव स्टार होटल भेज दिया है। पूर्व सीएम पन्नीरसेल्वम की बगावत के बाद अन्नाद्रमुक में फूट पड़ती दिख रही है। पार्टी चीफ शशिकला ने करीब 130 विधायकों को फाइव स्टार होटल भेज दिया है। ये सभी गवर्नर विद्यासागर राव के मुंबई से लौटने तक वहीं रहेंगे। गवर्नर तीन दिन से मुंबई में हैं। महाराष्ट के राज्यपाल चौधरी विद्यासागर राव जिनके पास तमिलनाडु का भी अतिरिक्त प्रभार है, बुधवार को भी मुंबई में ही रूके रहे। उनकी तरफ से ऐसा कोई संकेत भी नहीं आया कि वो कब चेन्नई जाएंगे।
वीके शशिकला के तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर आज अनिश्चितता रही क्योंकि राज्यपाल विद्यासागर राव ने चेन्नई आने की अपनी योजना टाल दी। इस बीच अन्नाद्रमुक और बागी नेताओं के बीच जे जयललिता की मृत्यु को लेकर आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गया।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम ने आज बागी रुख अख्यिर कर लिया। उन्होंने कहा कि रविवार को मुझे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि जयललिता जब अस्पताल में थीं तो उन्होंने मुझे मुख्यमंत्री पद संभालने को कहा था।
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की मौत पर लगातार उठ रहे सवालों के बीच लंदन के विशेषज्ञ डॉक्टर रिचर्ड बेअले, अपोलो अस्पताल प्रबंधन और सरकारी डॉक्टरों ने जहर से मौत होने के कारण के सिरे से खारिज करते हुए कहा कि न तो उनके इलाज और न ही उनके निधन में कोई साजिश या रहस्य है।