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जीडीपी वृद्धि दर सितंबर तिमाही में 7.3 प्रतिशत रही

जीडीपी वृद्धि दर सितंबर तिमाही में 7.3 प्रतिशत रही

देश की जीडीपी वृद्धि दर, मुख्य रूप से विनिर्माण, सेवा तथा व्यापार क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 7.3 प्रतिशत रही। इससे पिछले तीन महीने के दौरान जीडीपी वृद्धि सालाना आधार पर 7.1 प्रतिशत थी।
तीसरी तिमाही में भारत में सोने की मांग 28 प्रतिशत घटी

तीसरी तिमाही में भारत में सोने की मांग 28 प्रतिशत घटी

देश में सोने की मांग चालू साल की तीसरी तिमाही में 28 प्रतिशत घटकर 194.8 टन रह गई है। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की स्वर्ण मांग का रुख-2016 की तीसरी तिमाही रिपोर्ट के अनुसार सोने के ऊंचे दाम, ग्रामीण आय में विशेष सुधार न होने तथा नियामकीय बदलावों की वजह से देश में सोने की मांग घटी है।
मारुति सुजुकी का दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 60 प्रतिशत बढ़ा

मारुति सुजुकी का दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 60 प्रतिशत बढ़ा

देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया का 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही शुद्ध लाभ 60.18 प्रतिशत बढ़कर 2,398 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1,497 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
दूसरी तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि ऊंची रहेगी : सर्वेक्षण

दूसरी तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि ऊंची रहेगी : सर्वेक्षण

देश के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर जुलाई-सितंबर की तिमाही में ऊंची रहेगी। एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि निर्यात संभावनाओं तथा घरेलू मांग में सुधार से विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर बेहतर रहेगी।
आरआईएल का जून तिमाही का मुनाफा 18 प्रतिशत बढा

आरआईएल का जून तिमाही का मुनाफा 18 प्रतिशत बढा

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) का शुद्ध लाभ जून तिमाही में 18.1 प्रतिशत बढ़ा। आलोच्य तिमाही में कंपनी ने आठ साल का सबसे उंचा रिफाइनिंग मार्जिन अर्जित किया।
दिल्ली-एनसीआर में घरों के दाम एक प्रतिशत घटे

दिल्ली-एनसीआर में घरों के दाम एक प्रतिशत घटे

दिल्ली-एनसीआर में जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान इससे पिछली तिमाही के मुकाबले घरों के दाम एक प्रतिशत तक घटे हैं। रीयल्टी पोर्टल 99 एकड़्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि कमजोर मांग की वजह से मकान सस्ते हुए हैं।
प्रमुख सरकारी बैंकों को 12 हजार करोड़ का तिमाही घाटा

प्रमुख सरकारी बैंकों को 12 हजार करोड़ का तिमाही घाटा

फंसे कर्ज (एनपीए) से बुरी तरह प्रभावित बैंक आफ बड़ौदा, बैंक आफ इंडिया और आईडीबीआई बैंक समेत सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंकों को अब तक का सबसे बड़ा 12,000 करोड़ रुपये का कुल तिमाही नुकसान हुआ जबकि एसबीआई, पीएनबी और केनरा के मुनाफे में भारी गिरावट दर्ज हुई।
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