दार्जिलिंग में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के सहायक जनरल बिनय तमांग के आवास पर रेड के खिलाफ आज नारी मोर्चा ने भी अपना विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया है। विरोध प्रदर्शन उग्र होने पर सेना ने उनसे निपटने के लिए प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्था को लेकर असुविधा से जूझ रहे मरीजों की की पोल खुलती जा रही है। इस बार सीएम योगी के यूपी में सरकारी अस्पताल की अव्यवस्था का किस्सा एक ऐसे अस्पताल का है, जहां प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला को एंबुलेंस सेवा नहीं मिली और बाद में उसे निजी वाहन से सहारनपुर ले जाना पड़ा।
जम्मू-कश्मीर के उरी और नौगाम में आज एक बार फिर आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की। इस दौरान सुरक्षा बलों ने आतंकियों की इस कोशिश को नाकाम करते हुए दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। इस गोलीबारी में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया है।
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का गुरुवार को दिल्ली के एम्स में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे। मध्य प्रदेश के रहने वाले दवे 60 वर्ष के थे। संघ से जुड़े दवे को पिछले मंत्रिमंडल विस्तार में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में जगह दी थी।
तुगलकाबाद कंटेनर डिपो से रसायनिक गैस लीक होने के मामले में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने आज दिल्ली सरकार, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति को नोटिस जारी किया। इस हादसे प्रभावित लगभग 450 स्कूली बच्चों को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था।
राजधानी दिल्ली के तुगलकाबाद में आज एक कंटेनर डिपो से गैस लीक होने पर भगदड़ मच गई। इसकी चपेट में आने से रानी झांसी सर्वोदय कन्या विद्यालय और गवर्मेंट गर्ल्स स्कूलों की 310 छात्राएं बेहोश हो गईं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले की जांच में जुटे डीसीपी रोमिल बनिया ने बताया कि यह कंटेनर चीन से आया था।
तुगलकाबाद के कंटेनर डिपो में रखे एक कंटेनर से गैस लीक होने से दो स्कूलों के 310 से ज्यादा बच्चों की तबीयत खराब हो गई। बच्चों के साथ साथ 9 स्कूल टीचर्स को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिस कंटेनर से गैस लीक हुई थी उसमें उपयोग होने वाले कैमिकल का नाम सामने आ गया है।
राजधानी दिल्ली के तुगलकाबाद में आज एक कंटेनर डिपो से गैस लीक होने पर भगदड़ मच गई। इसकी चपेट में आने से रानी झांसी सर्वोदय कन्या विद्यालय और गवर्मेंट गर्ल्स स्कूलों की 310 छात्राएं बेहोश हो गईं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले की जांच में जुटे डीसीपी रोमिल बनिया ने बताया कि यह कंटेनर चीन से आया था।
तुगलकाबाद कंटेनर डिपो में बायोकेमिकल के रिसाव ने एक बार फिर सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, जिस कंटेनर में यह हादसा हुआ, उस पर खतरनाक कैमिकल का लेबल भी चस्पा नहीं किया गया था। यह रिसाव ज्यादा होता तो भोपाल गैस कांड जैसा हादसा हो सकता था। इस लापरवाही के लिए कौन जिम्मेदार है, यह बड़ा सवाल है।