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Search Result : "दुख"

'दुख होता है कि आज भी मंदिर-मस्जिद बनाने की बात हो रही'

'दुख होता है कि आज भी मंदिर-मस्जिद बनाने की बात हो रही'

प्रख्यात सरोद वादक अमजद अली खान का कहना है कि यह दुखद है कि शिक्षा लोगों को एक दूसरे के प्रति हमदर्द बनाने में नाकाम रही और दुर्भाग्य से कुछ लोग आज के दौर में भी मंदिर और मस्जिद बनाने के बारे में बात करते हैं।
भारत इस मुश्किल समय में ब्रिटेन के साथ है : पीएम मोदी

भारत इस मुश्किल समय में ब्रिटेन के साथ है : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंदन में हुए आतंकवादी हमले पर आज दुख जताया और कहा भारत इस मुश्किल समय में ब्रिटेन के साथ खड़ा है। यह आतंकी हमला ब्रिटेन की संसद के पास बुधवार को हुआ जिसमें चार लोगों की मौत जबकि 40 से अधिक घायल हो गए हैं।
लिंकन के दुख की अलग कहानी कहती है यह किताब

लिंकन के दुख की अलग कहानी कहती है यह किताब

फोलियो पुरस्कार प्राप्त लेखक जॉर्ज सौंडर्स अपना नया उपन्यास लिंकन इन द बाड्रो लेकर आए हैं। एक अकेली रात की पृष्ठभूमि पर आधारित इस उपन्यास में लेखक ने 11 वर्षीय बेटे विली की मौत से आहत अब्राहम लिंकन के दुख को दर्शाया गया है। यह वही वक्त था जब अमेरिका में गृहयुद्ध को लेकर नाराजगी उफान पर थी।
जयललिता के निधन पर दुख और सदमे से 77 लोगों की मौत : अन्नाद्रमुक

जयललिता के निधन पर दुख और सदमे से 77 लोगों की मौत : अन्नाद्रमुक

तमिलनाडु के सत्तारूढ़ दल अन्नाद्रमुक ने आज कहा कि जयललिता की बीमारी और उसके बाद निधन के दुख और सदमे से अभी तक 77 लोगों की जान गयी है। पार्टी ने प्रत्येक पीडि़त परिवार को तीन-तीन लाख रूपए की सहायता राशि देने की घोषणा आज की।
अयोध्या विवाद के सबसे बुजुर्ग पैरोकार अंसारी के निधन से समाज में दुख की लहर

अयोध्या विवाद के सबसे बुजुर्ग पैरोकार अंसारी के निधन से समाज में दुख की लहर

रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के सबसे उम्रदराज पैरवीकार हाशिम अंसारी के बुधवार को हुए निधन से मुसलमानों और हिन्दुओं समेत पूरे समाज में दुख का माहौल है। विवादित ढांचा विवाद के आखिरी मूल वादी अंसारी ने कभी भी मुद्दे को लेकर सियासत नहीं की। सारी जिंदगी मुकदमे की पैरवी में निकाल देने वाले अंसारी को समाज का हर वर्ग और तबका सम्मान की नजर से देखता था।
रागगिरी का संगीत दूर करेगा लोगों का दुख

रागगिरी का संगीत दूर करेगा लोगों का दुख

नकारात्मक नहीं हो सकता, संगीत के ‘हीलिंग टच’ को ध्यान में रखकर म्यूजिकल हेरीटेज ने अपनी नई मुहिम ‘रागगिरी’ की शुरूआत की। ‘रागगिरी’ का मकसद देश के अलग अलग शहरों में बसे उन लोगों तक संगीत को पहुंचाना है, जो किन्हीं वजहों से समाज की मुख्यधारा से कटे हुए हैं। संगीत के ‘हीलिंग टच’ को ध्यान में रखकर ‘रागगिरी’ की शुरूआत की गई है।