प्रसिद्ध लेखिका, पद्म विभूषण, ज्ञानपीठ, साहित्य अकादमी, मैगसायसाय अवॉर्ड विजेता महाश्वेता देवी का 90 साल की उम्र में निधन हो गया। कोलकाता में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह काफी दिनों से बीमार थीं।
पूरे ओडि़शा और उसके बाहर भी बुधवार को भगवान जगन्नाथ के मंदिरों में रथयात्राएं निकाली गयीं लेकिन गंजाम के मरदा में 300 साल पुराने मंदिर में यह अनुष्ठान नहीं हुआ। मरदा के इस मंदिर में कोई देवी-देवता नहीं है।
एक दौर था जब उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में फूलन देवी के नाम की धमक थी। दस्यु सुंदरी से सांसद बनी फूलन की एक निगाह पड़ते ही इलाक़े के लोगों की क़िस्मत बदल जाती थी। बीहड़ के दिनो में अमीरों को लूटकर ग़रीबों की मदद करने की उसकी अदा ने उसे इलाक़े का रॉबिनहुड ही बना रखा था। लोगों की मदद करने की शैली फूलन के सांसद बनने के बाद भी नहीं बदली। मगर अब फूलन इस दुनिया में नहीं है और उसकी बूढ़ी मां दर-दर की ठोकरें खा रही है।
ऊर्जा के क्षेत्र में काम कर रही कंपनी ग्रीनलाइट प्लैनेट को इस साल का ऐशडेन इंटरनेशनल अवार्ड मिला है। यह सम्मान आईकेईए फांउडेशन के सहयोग से दिया गया। यह अवार्ड ऊर्जा के क्षेत्र में काम कर रहे उन संस्थाओं को दिया जाता है जो कि अपनी व्यवसायिक जरूरतों को पूरा करते हुए सामाजिक दायित्व को निभाते हैं। साथ ही पर्यावरण का भी विशेष तौर पर ख्याल रखते हैं।
व्यंग्य की दुनिया में जाना-पहचाना नाम, 4 व्यंग्य संग्रह, अवधी में दो कविता संग्रह। श्रीलाल शुक्ल संचयिता सहित 9 पुस्तकों का संपादन। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान का अवधी कविता और व्यंग्य का पुरसकार। आलोचना के लिए स्पंदन सम्मान।
अफगानिस्तान सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने देश के शीर्ष नागरिक सम्मान से सम्मानित किया। एकदिवसीय संक्षिप्त यात्रा पर शनिवार को अफगानिस्तान पहुंचे पीएम मोदी को वहां के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, अमीर अमानुल्ला खान अवार्ड से नवाजा गया। इस अवसर पर पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि भारत हर मुश्किल में अफगानिस्तान के साथ खड़ा रहेगा।
एक बार मैं देर रात लोकल ट्रेन से घर लौट रही थी। उस कंपार्टमेंट में कुछ और औरतें भी थीं जो ड्रेस में थीं। मुझे लगा वे किसी जेवर की दुकान में काम करने वाली लड़कियां होंगी। पर, इतनी देर तक जेवर की दुकानें खुली नहीं रहती हैं।
सन 2015 के लिए समकालीन हिन्दी कविता का चर्चित केदार सम्मान इस साल वरिष्ठ कवि मदन कश्यप को दिया गया। प्रख्यात आलोचक प्रो. मैनेजर पाण्डेय ने कहा, मदन कश्यप मूलगामी काव्य दृष्टि के कवि हैं। मूलगामी दृष्टि वह है जो अपने समय के मनुष्य और समाज के भाव-कुभाव और स्वाभाव को जानती हो, दोनों के छल-छद्म, आतंक और क्रूरता को पहचानती हो और उन सबसे मुक्ति की राह बनाती हो।