Advertisement

Search Result : "नए चेहरों पर दांव"

नए चेहरों के हाथ होगी कांग्रेस की कमान

नए चेहरों के हाथ होगी कांग्रेस की कमान

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस संगठन में व्यापक फेरबदल होना है। खासकर उन राज्यों में जहां इस साल या अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं वहां पर पार्टी प्रदेश अध्यक्षों को बदलने की तैयारी में है ताकि क्षेत्र में काम करने का समय मिल सके।
‘उत्तर प्रदेश में सरकार की कमान संभालने के लिए भाजपा में चेहरों की कमी नहीं है’

‘उत्तर प्रदेश में सरकार की कमान संभालने के लिए भाजपा में चेहरों की कमी नहीं है’

केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि बिजली व्यवस्था को लेकर समाजवादी सरकार के दावों की पोल खुल गई है जबकि भाजपा इस तरह के झूठे दावे नहीं बल्कि विकास करती है।
नोटबंदी : एटीएम-नकदी की कमी से भाजपा का दांव यूपी में कहीं उल्‍टा न पड़ जाए

नोटबंदी : एटीएम-नकदी की कमी से भाजपा का दांव यूपी में कहीं उल्‍टा न पड़ जाए

पीएम नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी लाकर देशभर में भ्रष्‍टाचार मिटाने की जो कोशिश की है उसमें अब पलीता लगने की आशंका व्‍यक्‍त की जा रही है। जगह जगह बैंकों में लगी लाइनें और एटीएम में नकदी का अभाव लोगाें को परेशान कर रहा है। देश के सबसे बड़े राज्‍य उत्‍तर प्रदेश में तो हाल और बुरा है।
यूपी में सभी वर्ग को साधने की तैयारी, एक नहीं चार चेहरों के साथ उतरेगी भाजपा

यूपी में सभी वर्ग को साधने की तैयारी, एक नहीं चार चेहरों के साथ उतरेगी भाजपा

बिहार की पराजय से सीख लेते हुए भाजपा ने यूपी के चुनावी दंगल में नई रणनीति के साथ उतरने की तैयारी कर ली है। भाजपा ने अभी तक अपना मुख्‍यमंत्री उम्‍मीदवार घोषित नहीं किया है। वह ऐसा करने की बजाय परिवर्तन यात्राओं पर जोर दे रही है। इसके जरिए न सिर्फ यूपी में अखिलेश सरकार के खिलाफ वह माहौल बनाएगी बल्कि इन यात्राओं में चार नेताओं को चेहरा बनाकर वोट जुटाने के लिए जनता के बीच अपना संदेश भी देने जा रही है।
एक्सक्लुसिवः  ‘मेरा काम और राजनीतिक भविष्य दांव पर’ : अखिलेश यादव

एक्सक्लुसिवः ‘मेरा काम और राजनीतिक भविष्य दांव पर’ : अखिलेश यादव

23 अक्टूबर- रविवार राजनीतिक तूफान जैसी गति‌विधियों में उलझी उत्तर प्रदेश की राजधानी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रदेश के विधायकों एवं विधान परिषद के सदस्यों के साथ बैठक, दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी और परिवार के प्रमुख मुलायम सिंह यादव के निवास पर हाल के निष्कासित मंत्री और अन्य वरिष्ठ नेताओं का विचार-विमर्श। ऐसी गहमागहमी के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हिंदी आउटलुक के लिए दो दिन पहले से निर्धारित कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया। इसके विपरीत समय से थोड़ा पहले ही शाम चार बजे निश्चिंत भाव से अपने कक्ष में उ.प्र. की ताजा राजनीतिक स्थिति, प्रदेश और जनता के लिए बनी प्राथमिकताओं, भाजपा तथा केंद्र सरकार से मिल रही चुनौतियों-कठिनाइयों, आगामी विधान सभा चुनाव के प्रमुख मुद्दों पर लगभग डेढ़ घंटे बातचीत की।
पीएम मोदी और उनका विकास यूपी में क्‍या भाजपा की साख बचा पाएंगे?

पीएम मोदी और उनका विकास यूपी में क्‍या भाजपा की साख बचा पाएंगे?

उत्तर प्रदेेश चुनाव में भाजपा अगर जीत हासिल कर लेती है तो उसे देश में शासन करने के लिए दस साल का समय एडवांस में और मिल जाएगा। इसको ध्‍यान में रखते हुए भाजपा जीत के लिए सभी दांव खेलेगी। सूबे में अपनी साख बचाने के लिए भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके विकास को आगे रखकर मैदान में उतरेगी। पीएम मोदी और उनका विकास यूपी में भाजपा को कितनी बड़ी जीत दिला पातेे हैं, यह बहस का विषय है।
पाकिस्तान से विवाद बढ़ने के बीच पुराने मित्रों पर भारत का दांव

पाकिस्तान से विवाद बढ़ने के बीच पुराने मित्रों पर भारत का दांव

ऐसा लगता है कि पाकिस्तान के साथ विवाद बढ़ने, कश्मीर में अशांति पर काबू पाने में मुश्किलें आने और बलूचिस्तान का मुद्दा उठाने के बाद भारत अब विदेश नीति में एक बार फिर से पुरानी और परखी हुई दोस्ती पर दांव लगाने में जुटा है।
प्रियंका पर बड़ा दांव खेलने को कांग्रेस तैयार नहीं

प्रियंका पर बड़ा दांव खेलने को कांग्रेस तैयार नहीं

पार्टी में इसके इर्द-गिर्द चल रही अटकलों को विराम देने का फैसला किया है और अब उत्तर प्रदेश से जुड़ी खबरों के लिए गुलाम नबी आजाद को पैनी निगाह रखने की सलाह दी गई है
परिवार की लड़ाई में अब कौन सा दांव चलेगे नेताजी

परिवार की लड़ाई में अब कौन सा दांव चलेगे नेताजी

साल 2012 के विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने जब अपनी विरासत सौंपने का मन बनाया तो सबसे पहले उनके भाई शिवपाल सिंह यादव का नाम सामने आया। शिवपाल का नाम आते ही उनके समर्थकों के बीच एक खुशी की लहर दौड़ पड़ी कि लेकिन इस पूरे प्रकरण में सपा में थिंक टैंक कहे जाने वाले मुलायम सिंह यादव के चचेरे भाई प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने अलग भूमिका निभाई। रामगोपाल ने अखिलेश यादव को मुख्य‍मंत्री बनाए जाने का प्रस्ताव दे दिया।
Advertisement
Advertisement
Advertisement