भाजपा भले ही नोटबंदी को एक ‘पवित्र आंदोलन’ करार दे रही हो लेकिन कांग्रेस की नजर में यह देश की जनता और अर्थव्यवस्था को बेहद मुश्किल दौर में डालने वाला कदम है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को इस बारे में पत्र लिख कर न सिर्फ सरकार से कई सवाल पूछे हैं बल्कि रिजर्व बैंक के स्तर पर जानकारी छिपाने को लेकर भी अपनी नाराजगी जताई है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) छात्रसंघ ने दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र नजीब अहमद के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने की सीबीआई जांच की मांग की है।
दिल्ली के उप राज्यपाल पद से नजीब जंग के इस्तीफे के एक दिन बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज यहां राजभवन में उनसे मुलाकात की। केजरीवाल सुबह तकरीबन आठ बजे उप राज्यपाल के सरकारी आवास पर पहुंचे और करीब एक घंटे तक उनकी मुलाकात चली।
दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आज कहा कि पार्टी नजीब जंग के इस्तीफा देने के निजी फैसले का सम्मान करती है लेकिन जो कोई भी उपराज्यपाल बनेगा उसके साथ आप सरकार का टकराव जारी रहेगा क्योंकि दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी संवैधानिक औचित्य का अनुसरण नहीं करती है।
दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के साथ लंबे समय से चले आ रहे टकराव के बीच उप राज्यपाल नजीब जंग ने आज इस्तीफा दे दिया। जंग के कार्यालय ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को इस्तीफा सौंप दिया है। उनके इस्तीफे की वजह नहीं बताई गई है।
कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए पूछा है कि क्या यह संयोग है कि 1000 एवं 2000 रुपए के बड़े नोट भाजपा-राजग सरकार लेकर आई है तो ऐसे में आखिरकार कालेधन को कौन प्रोत्साहित कर रहा है?
देश के प्रतिष्ठित जवाहर लाल विश्वविद्यालय में पिछले दो साल से गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक वाकये से जेएनयू प्रशासन भी त्रस्त हो गया है। एक साल पहले यहां के छात्र नेता ने देश विरोधी नारे लगाए ऐसी खबरों के बीच अब एक और छात्र नजीब के लापता होने से विश्वविद्यालय फिर गलत कारणों से खबरों में आ गया है।
जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी के मामले में दायर की गई याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय ने पुलिस से कई तीखे सवाल पूछे। न्यायलय ने पुलिस को तमाम राजनीतिक अवराधों से निकलकर नजीब की तलाश करने का निर्देश देते हुए कहा कि उसके लापता होने में कुछ और हो सकता है क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी के बीच से कोई इस तरह ओझल नहीं हो सकता।